Move to Jagran APP

Uttarakhand Board Exam 2023: पूरे प्रदेश में यह विषय पढ़ने वाले केवल दो छात्र, लेकिन एक ने ही दी परीक्षा

उत्तराखंड बोर्ड की हाईस्कूल की उर्दू पंजाबी व बंगाली तथा इंटर की भूगोल व भूगर्भ विज्ञान विषय की परीक्षा में शनिवार को 1561 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे। इंटर भूगोल में 1470 व भूगर्भ विज्ञान में एक परीक्षार्थी अनुपस्थित रहा।

By Jagran NewsEdited By: Nirmala BohraPublished: Sun, 19 Mar 2023 09:27 AM (IST)Updated: Sun, 19 Mar 2023 09:37 AM (IST)
Uttarakhand Board Exam 2023: पूरे प्रदेश में यह विषय पढ़ने वाले केवल दो छात्र, लेकिन एक ने ही दी परीक्षा
Uttarakhand Board Exam 2023: इंटर भूगर्भ विज्ञान विषय में दो परीक्षार्थी सिर्फ देहरादून जिले से पंजीकृत थे।

संवाद सूत्र, रामनगर(नैनीताल): Uttarakhand Board Exam 2023: उत्तराखंड बोर्ड की हाईस्कूल की उर्दू, पंजाबी व बंगाली तथा इंटर की भूगोल व भूगर्भ विज्ञान विषय की परीक्षा में शनिवार को 1561 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे। इंटर भूगर्भ विज्ञान विषय में दो परीक्षार्थी सिर्फ देहरादून जिले से पंजीकृत थे। उसमें से एक ही छात्र ने परीक्षा दी।

loksabha election banner

उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा परिषद कार्यालय के मुताबिक इंटर भूगोल में 1470 व भूगर्भ विज्ञान में एक परीक्षार्थी अनुपस्थित रहा। कुल पंजीकृत 39581 में से 38111 परीक्षार्थियों ने ही परीक्षा दी।

जबकि हाईस्कूल उर्दू विषय में 86 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे। 1441 पंजीकृत में से 1355 ने ही परीक्षा दी। इसी तरह हाईस्कूल पंजाबी विषय में तीन छात्र अनुपस्थित रहे। 215 में से 212 परीक्षार्थी ने ही परीक्षा दी।

इसके अलावा हाईस्कूल बंगाली विषय में भी एक ही छात्र अनुपस्थित रहा। बंगाली विषय में 18 छात्र पंजीकृत थे। जिसमें से 17 ने ही परीक्षा दी। परिषद के रामनगर स्थित कंट्रोल रूम के अनुसार कोई भी अनुचित साधन का प्रयोग अब तक परीक्षा के दौरान नहीं पकड़ा गया हैं।

सहायक शिक्षा निदेशक ने किया संस्कृत महाविद्यालय का निरीक्षण

सहायक शिक्षा निदेशक डा. चंडी प्रसाद घिल्डियाल ने शनिवार को मसूरी के लंढौर स्थित सनातन संस्कृत महाविद्यालय में चल रही गृह परीक्षा का निरीक्षण किया। उन्होंने महाविद्यालय में परीक्षा संबंधित समस्त अभिलेखों को जांचा, जो कि सभी व्यवस्थित पाए गए।

डा. घिल्डियाल ने महाविद्यालय के शिक्षकों एवं कर्मचारियों की बैठक लेते हुए कहा कि हम सबका उद्देश्य संस्कृत एवं संस्कृति को संरक्षित करना है। क्योंकि भारत की प्रतिष्ठा के मूल में संस्कृत एवं संस्कृति ही है। इसके लिए उन्होंने महाविद्यालय के प्रधानाचार्य सहित शिक्षकों को नए शिक्षा सत्र में छात्रों का प्रवेश बढ़ाने के आवश्यक निर्देश दिए।

इस दौरान एमपीजी कालेज के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष तथा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के स्टूडेंट फार डेवलपमेंट शाखा के प्रांत सह प्रमुख आशीष जोशी व छात्रसंघ के पूर्व उपाध्यक्ष मनीष कुकशाल सहित विभिन्न संगठनों के सदस्य मौजूद रहे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.