बागेश्वर जिला पंचायत की बैठक में महिला सदस्यों का हंगामा, बैठक से उठकर चलीं गई अध्यक्ष
जिला पंचायत अध्यक्ष पर आरोप लगाया और बैठक कक्ष में धरने पर बैठ गए हैं। अध्यक्ष बैठक छोड़ चली गई। सदस्यों ने कहा कि वह समान बजट आवंटन होने के बाद ही धरने से उठेंगे। उधर अध्यक्ष ने मीडिया से परहेज करते हुए बात करने से इंकार कर दिया।
जागरण संवाददाता, बागेश्वर : मंगलवार को जिला पंचायत की सामान्य बैठक में बजट का आवंटन होना था। महिला सदस्यों ने समान बजट का आवंटन नहीं होने पर जमकर हंगामा किया। जिला पंचायत अध्यक्ष पर आरोप लगाया और बैठक कक्ष में धरने पर बैठ गए हैं। अध्यक्ष बैठक छोड़ चली गई। सदस्यों ने कहा कि वह समान बजट आवंटन होने के बाद ही धरने से उठेंगे। उधर, अध्यक्ष ने मीडिया से परहेज करते हुए, बात करने से इंकार कर दिया।
जिला पंचायत अध्यक्ष बसंती देव की अध्यक्षता में सामान्य बैठक आयोजित हुई। जिसमें आय-व्यय आदि पर चर्चा हुई। बजट आवंटन को लेकर महिला जिपं सदस्य गोपा धपोला, इंद्रा कोरंगा, पूजा देवी, रेखा देवी, रूपा देवी आदि ने सवाल-जवाब शुरू कर दिए। उन्होंने कहा कि महिला सदस्यों की बात सदन में नहीं सुनी जा रही है। पिछले दिनों 74 दिन का आंदोलन किया गया। उसके बाद भी कुछ परिर्वतन नहीं हुआ। वह हक के लिए लड़ रही हैं। जनता ने उन्हें चुनकर भेजा है। समझौता पर अमल नहीं हो रहा है। 19 लाख का प्रस्ताव मांगा गया।
पिछली बैठक में सात लाख के प्रस्ताव पास किए गए। उनके बजट से ही पैसा काट कर उन्हें वितरित करने की कोशिश की जा रही है। 57 प्रतिशत बजट पिछली बार जिपंअ ने विवेकाधीन कोटा बनाया। जिसमें भी उनका ही बजट काटा गया। अब कहा जा रहा है कि उन्हें चार किश्तों में बजट दिया जाएगा। यह समाधान नहीं है, जबकि दवाब बनाया जा रहा है। महिला सशक्तिकरण को लेकर तमाम दावे हो रहे हैं। लेकिन धरातल में उनका शोषण हो रहा है। अध्यक्ष समाधान नहीं चाहती हैं जबकि वह समस्या को लंबा खींच रही हैं।
खबर लिखे जाने तक बजट आवंटन को लेकर नाराज सदस्य बैठक कक्ष पर ही धरने पर बैठे हुए हैं। इधर, जिपं अध्यक्ष बसंती देव से उनके मोबाइल नंबर पर बात करने की कोशिश की गई। उनके तरफ से किसी व्यक्ति ने जवाब दिया कि मैडम बैठक में हैं। जबकि सदस्यों के अनुसार वह बैठक से चलीं गईं थीं। बैठक का संचालन एएमए अनिल अडवाल ने किया।