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बगावत पर उतरे सुशीला तिवारी अस्‍पताल के उपनल कर्मचारी, बाहर के कर्मचारियों को अंदर जाने से रोका, पुलिस तैनात

सुशीला तिवारी राजकीय चिकित्सालय में 50 दिन से कार्य बहिष्कार पर गए उपनल कर्मचारी अब खुलकर बगावत पर उतर आए हैं। उन्होंने शुक्रवार की सुबह बाहर से बुलाए जा रहे कर्मचारियों को अस्पताल के अंदर नहीं जाने दिया।

By Skand ShuklaEdited By: Published: Fri, 22 Oct 2021 10:52 AM (IST)Updated: Fri, 22 Oct 2021 10:52 AM (IST)
बगावत पर उतरे सुशीला तिवारी अस्‍पताल के उपनल कर्मचारी, बाहर के कर्मचारियों को अंदर जाने से रोका, पुलिस तैनात
बगावत पर उतरे सुशीला तिवारी अस्‍पताल के उपनल कर्मचारी, बाहर के कर्मचारियों को अंदर जाने से रोका, पुलिस तैनात

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : सुशीला तिवारी राजकीय चिकित्सालय में 50 दिन से कार्य बहिष्कार पर गए उपनल कर्मचारी अब खुलकर बगावत पर उतर आए हैं। उन्होंने शुक्रवार की सुबह बाहर से बुलाए जा रहे कर्मचारियों को अस्पताल के अंदर नहीं जाने दिया। बाहर के कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए अस्पताल गेट पर पुलिस भी तैनात कर दी थी।

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समान कार्य समान वेतन व नियमितिकरण की मांग को लेकर डा. सुशीला तिवारी राजकीय चिकित्सालय के 500 से ज्यादा उपनलकर्मचारी 50 दिन से हड़ताल पर हैं। बुद्ध पार्क में धरना दे रहे हैं। अस्पताल प्रशासन वैकल्पिक व्यवस्था के लिए बाहर से कर्मचारियों को बुला रहा है। ताकि अस्पताल में सफाई व वार्ड ब्वाय वाला काम कराया जा सके। बाहर से इस तरह से कर्मचारियों के बुलाने पर हड़ताली कर्मचारी भड़क गए। खुलकर विरोध पर उतर आए हैं। उन्होंने पहले से ही इस तरह के कर्मचारियों को न बुलाने और विरोध करने की चेतावनी दे डाली थी।

एसटीएच उपनल कर्मचारी संघ के अध्यक्ष पीएस बोरा के नेतृत्व में करीब 12 उपनल कर्मचारी सुबह ही अस्पताल गेट पर पहुंच गए थे। अस्पताल प्रशासन ने सुरक्षा के लिहाज से पुलिस भी तैनात करवा दी थी। हालांकि कोई भी हड़ताली कर्मचारी अंदर नहीं जा सका, लेकिन उन्होंने बाहर से काम करने आ रहे लोगों को रोक लिया। उनकी हल्की नोकझोंक भी हुई। मौके पर पुलिस तैनात होने पर कुछ देर बाद मामला शांत हो गया।

गौला के मजदूरों से काम करवाना नहीं होगा बर्दाश्त

एसटीएच उपनल कर्मचारी संघ के अध्यक्ष पीएस बोरा ने कहा कि अस्पताल में सफाई व्यवस्था और वार्ड ब्वाय वाला काम कराने के लिए गौला के मजदूरों को बुलाया जा रहा है। यह ठीक नहीं है। मरीजों के साथ इस तरह का खिलवाड़ उचित नहीं है। इसलिए हम लोग विरोध कर रहे हैं। ऐसे कर्मचारियों को अंदर जाने से रोक रहे हैं। अस्पताल प्रशासन को अनुभवहीन लोगों को अस्पताल से जुड़े कार्यों में नहीं लगाना चाहिए। हम इसका आगे भी विरोध जारी रहेंगे। बोरा ने कहा कि सरकार को हमारी मांगें माननी चाहिए। तभी हम काम पर लौटेंगे। इस दौरान सुशील कुमार, महेश कुमार, हेमा आर्य, दीपिका, कैलाश, नेत्रपाल आदि शामिल रहे।☝️


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