चम्पावत में देवीधुरा डिग्री कॉलेज को अपग्रेड किया जाना भी रहेगा चुनावी मुद्दा
छात्रों और अभिभावकों का आरोप है कि भाजपा सरकार ने इस ज्वलंत मुद्दे को तवज्जो नहीं दी। कई बार छात्रों ने धरना प्रदर्शन और आमरण अनशन कर कॉलेज को उच्चीकृत करने की मांग की लेकिन सरकार आंख मूंदकर बैठी रही।
जागरण संवाददाता, चम्पावत : चुनाव में हर बार बुनियादी समस्याएं मुद्दा रहती हैं। बिजली, पानी, सडक़, शिक्षा स्वास्थ्य जैसी समस्याओं पर ही पहाड़ की जनता हमेशा वोट करती है। इस बार चुनाव में छात्रों की भूमिका भी अहम रहने वाली है। खासकर पाटी क्षेत्र के देवीधुरा की जनता अन्य मुद्दों के अलावा डिग्री कॉलेेज के उच्चीकरण के मुद्दे पर भी वोट करेगी। कॉलेज के छात्र और अभिभावक लंबे समय से डिग्री कॉलेज के उच्चीकरण की मांग कर रहे हैं, लेकिन इस ओर ध्यान नहीं दिया गया।
वर्ष 2014 में मां बाराही धाम देवीधुरा के राजकीय डिग्री कॉलेज की स्थापना की गई थी। सात साल बाद भी यहां सिर्फ बीए की कक्षाएं ही संचालित हो रही हैं। बीए में भी महज संस्कृत, हिंदी, अंग्रेजी, समाजशास्त्र, अर्थशास्त्र, राजनीति विज्ञान विषयों को स्वीकृति मिली है। एक साल के भीतर छात्रों ने बीएससी, बीकॉम और पीजी की कक्षाएं शुरू करने की पुरजोर आवाज उठाई। लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली। यहां के छात्रों और अभिभावकों का आरोप है कि भाजपा सरकार ने इस ज्वलंत मुद्दे को तवज्जो नहीं दी। कई बार छात्रों ने धरना, प्रदर्शन और आमरण अनशन कर कॉलेज को उच्चीकृत करने की मांग की लेकिन सरकार आंख मूंदकर बैठी रही।
छात्रसंघ अध्यक्ष प्रकाश मेहरा, दीपांशु आर्या, पूर्व कोषाध्यक्ष पंकज कुमार, हिमांशु जोशी, हिमांशु विश्वकर्मा, दीपक मेहरा, प्रियंका चम्याल, प्रियंका जोशी आदि ने बताया कि इस बार चुनाव में क्षेत्र के युवा और छात्र मतदाता कॉलेज के उच्चीकरण को ध्यान में रखकर वोट देंगे। बताया कि पीजी और बीएससी, बीकॉम की कक्षाएं शुरू करवाना उनका मुख्य उद्देश्य है। बताया कि चुनाव के दौरान हर पार्टी के प्रत्याशी विकास का भरोसा देते हैं, लेकिन चुनाव जीतने के बाद सब कुछ भूल जाते हैं।