अब मंडी समिति खरीदेगी पारंपरिक पहाड़ी अनाज : गजराज विष्ट NAINITAL NEWS
मंडी समितियों को भी परंपरागत फसल खरीद की अनुमति दी गई है जिसके बाद अब मंडी समितियां भी परंपरागत फसलों की खरीद अपने स्तर से कर सकेगी।
हल्द्वानी, जेएनएन : प्रदेश सरकार ने पर्वतीय क्षेत्र में होने वाली प्रमुख परंपरागत फसल चौलाई, झंगोरा व मडुवा का न्यूनतम समर्थन मूल्य तय कर दिया है। इसके साथ ही मंडी समितियों को भी परंपरागत फसल खरीद की अनुमति दी गई है, जिसके बाद अब मंडी समितियां भी परंपरागत फसलों की खरीद अपने स्तर से कर सकेगी। नैनीताल रोड स्थित एक होटल में आयोजित पत्रकार वार्ता में उत्तराखंड मंडी विपणन बोर्ड के अध्यक्ष गजराज बिष्ट ने ये जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस बार चौलाई के लिए 5500 से लेकर 6000 रुपये तक एमएसपी तय की गई है, जबकि झंगोरा 2200-2400 और मडुवे के लिए 2897 रुपये एमएसपी तय की गई है।
उन्होंने कहा कि स्थानीय स्तर पर ही मंडी समितियां अपने क्षेत्र में होने वाली फसलों की खरीद करेंगी। इसके लिए किसानों को अपने कृषि उत्पादों की बिक्री के लिए बाजार नहीं तलाशना पड़ेगा। बोर्ड अध्यक्ष ने बताया कि प्रदेशभर में मंडी समितियां 7 से 16 जुलाई तक हरेला पर्व मनाएगी, जिसमें किसानों को फलदार पौधे वितरित किए जाएंगे। इस दौरान जिलाध्यक्ष प्रदीप बिष्ट, प्रकाश रावत शामिल रहे।
आज कमलुवागांजा में होगा आयोजन
हल्द्वानी में रविवार को कमलुवागंजा रोड स्थित हनुमान मंदिर के समीप प्रांगण में हरेला पर्व मनाया जाएगा। यह आयोजन सुबह 10 बजे से होगा। इसमें सांसद अजय भट्ट, भाजपा जिलाध्यक्ष प्रदीप बिष्ट व मंडी सचिव विश्व विजय सिंह देव मौजूद रहेंगे।
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