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हल्द्वानी में बाजार बंद कराने पर व्यापारियों ने एसडीएम कार्यालय पर किया हंगामा

दो बजे से दुकानें बंद करने के फरमान का व्यापार मंडल ने विरोध किया है। अधिकारियों ने जब दुकानें बंद करवा दी तो व्यापार मंडल पदाधिकारी एसडीएम कार्यालय पहुंच गए। जहां व्यापारी विरोधी इस नियम को वापस लेने की मांग की गई।

By Prashant MishraEdited By: Published: Wed, 21 Apr 2021 08:26 PM (IST)Updated: Wed, 21 Apr 2021 08:26 PM (IST)
हल्द्वानी में बाजार बंद कराने पर व्यापारियों ने एसडीएम कार्यालय पर किया हंगामा
व्यापार मंडल के पदाधिकारियों ने फैसले का विरोध करते हुए इसे गलत बताया है।

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : शहरी क्षेत्र में अपराह्न दो बजे से दुकानें बंद करने के फरमान का व्यापार मंडल ने विरोध किया है। अधिकारियों ने जब दुकानें बंद करवा दी तो व्यापार मंडल पदाधिकारी एसडीएम कार्यालय पहुंच गए। जहां व्यापारी विरोधी इस नियम को वापस लेने की मांग की गई।

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कोरोना की चेन तोडऩे के लिए शाम सात से तड़के पांच बजे तक रात्रि कालीन कफ्र्यू लागू किया गया है। इसी के बीच शहरी क्षेत्रों में अनावश्यक भीड़ रोकने के लिए अपराह्न दो बजे तक आवश्यकीय सेवा को छोड़ अन्य दुकानें बंद करने का फरमान जारी किया गया है। जिसे जमीनी स्तर पर लागू करवाने के लिए प्रशासन व पुलिस के अधिकारी लग गए हैं।

हल्द्वानी शहर में दुकानें बंद कराने के लिए थाना, चौकी आदि से पुलिस वाहन विभिन्न सड़कों पर पहुंच गए। जहां दुकानदारों को प्रतिष्ठान बंद करके घर जाने के लिए कहा गया। वहीं प्रशासन के इस नए आदेश से व्यापारियों में आक्रोश चरम पर है। व्यापार मंडल के पदाधिकारियों ने फैसले का विरोध करते हुए इसे गलत बताया है। एसडीएम कार्यालय में वार्ता के दौरान प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल के जिला अध्यक्ष विपिन गुप्ता, मटर गली व्यापार एसोसिएशन अध्यक्ष जगमोहन चिलवाल, जिला महामंत्री हर्षवर्धन पांडे, नगर अध्यक्ष योगेश शर्मा, मनोज जायसवाल आदि मौजूद थे।

व्यापार मंडल ने की आपातकालीन बैठक

प्रशासन के नए आदेश के खिलाफ व्यापारियों में गुस्सा बढ़ गया है। ऐसे में बुधवार को प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल के जिला अध्यक्ष विपिन गुप्ता ने छोटी मुखानी में शाम चार बजे आपात कालीन बैठक की। जिसमें सभी व्यापार मंडल के प्रतिनिधि मौजूद थे। सभी ने शासन के नए नियम को गलत बताते हुए एसडीएम विवेक राय से मिलने के लिए समय मांगा। एसडीएम कार्यालय के बाहर व्यापारियों ने वार्ता करते हुए इस नियम को फौरन वापस लेने के लिए कहा। व्यापार मंडल जिलाध्यक्ष विपिन गुप्ता ने कहा कि रात्रि कालीन कफ्र्यू जब शाम को सात बजे से है तो दोपहर दो बजे ही दुकानें बंद कराने का क्या तुक है। पांच घंटे तक व्यापारियों के प्रतिष्ठान बंद कराने का कोई कारण नजर नहीं आ रहा है।

पूरे प्रदेश में किया जा रहा विरोध

कफ्र्यू से पांच घंटे पहले प्रतिष्ठान बंद करने का विरोध पूरे प्रदेश में किया जा रहा है। प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल के प्रदेश अध्यक्ष नवीन वर्मा ने बताया कि उत्तराखंड की सभी इकाइयों के माध्यम से सांकेतिक विरोध किया गया है। इस संबंध में शासन स्तर पर वार्ता की जाएगी।

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