बागेश्वर में व्यापारियों ने नगर पालिका के खिलाफ तानी मुट्ठी, बाजार बंद का किया एलान, रखी ये मांगें
Bageshwar news बागेश्वर में नगर पालिका और व्यापार मंडल के बीच विवाद गहरा गया है। उपजिलाधिकारी मध्यस्थता करने गए। व्यापारियों से उनकी वार्ता भी विफल हो गई है। जिसके बाद व्यापारियों ने शनिवार को बाजार बंद करने का एलान कर दिया है।
जागरण संवाददाता, बागेश्वर : Bageshwar news : नुमाइशखेत में लगने वाले नवरात्रि मेले में बाहरी दुकानदारों को दुकानें आवंटित करने को लेकर नगर पालिका और व्यापार मंडल के बीच विवाद गहरा गया है। इससे भड़के व्यापारियों ने शनिवार को बाजार बंद का एलान कर दिया है।
एसडीएम ने कराई वार्ता, विफल
एसडीएम ने इस मामले में मध्यस्थता करते हुए व्यापारियों और पालिका अधिकारियों की वार्ता कराई, मगर वार्ता विफल हो गई। व्यापारी शनिवार को बाजार बंद करने का एलान करते हुए नुमाइशखेत में एकजुट हो गए। उन्होंने बाहर के व्यापारियों से नुमाशइखेत मैदान खाली कराने की मांग की है।
नौ बजे नुमाइशखेत में जुटेंगे व्यापारी
प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल के नगर अध्यक्ष कवि जोशी ने बताया कि दुर्गा पूजा और रामलीला का आयोजन नवरात्रि पर होगा। नुमाइशखेत मैदान पर बाहर से आए 40 व्यापारियों को पालिका ने दुकानें आवंटित कर दी हैं, जिससे नगर के व्यापारियों का व्यापार प्रभावित होगा। उपजिलाधिकारी हरगिरी, ईओ नगर पालिका सतीश कुमार भी नुमाइशखेत आए। उनसे दुकानें हटवाने का आग्रह किया गया। लेकिन वे नहीं माने,जिसके कारण शनिवार को विरोध में बाजार बंद रहेगा। नगर के सभी व्यापारी शनिवार की सुबह नौ बजे नुमाइशखेत में एकजुट होंगे। स्थानीय व्यापारियों का शोषण नहीं होने दिया जाएगा।
ईओ बोले- हैंडलूम की दुकानें लगाईं
ईओ सतीश कुमार ने कहा कि नुमाइशखेत में 40 दुकानें ग्रामोद्योग की हैंडलूम के लिए आवंटित की गई हैं। ये दुकानें 15 अक्टूबर तक संचालित होंगी, जिसमें हथकरघा, हैंडलूम, हैंडक्राफ्ट आदि से संबंधित सामान है। इससे स्थानीय व्यापारियों को अहित नहीं है। एक दुकान पांच हजार रुपये प्रतिदिन के हिसाब से दी गई है, जिससे पालिका की आय में वृद्धि हो रही है। रामलीला मंच के समीप कुछ दुकानें लगी थीं, जिन्हें हटा दिया गया है। उन्हें व्यू प्वाइंट में दुकान आवंटित की गई हैं।
अधिशासी अधिकारी से दुकानों के आवंटन को लेकन चर्चा हुई है। स्थानीय व्यापारियों का अहित नहीं होने दिया जाएगा। यदि वह भी आवेदन करते हैं, तो उन्हें भी दुकानें प्रदान की जाएंगी। स्थानीय व्यापारियों को हरसंभव मदद की जाएगी।
-सुरेश खेतवाल, पालिकाध्यक्ष।