सफेद चादरों से ढकीं पहाड़ों की ऊंची चोटियां, सैलानियों ने उठाया लुत्फ
सोमवार देर रात हिमालय दर्शन, किलबरी, मुक्तेश्वर, पहाड़पानी व आसपास के इलाके में काफी बर्फबारी हुई, जिससे पहाड़ की चोटिया व धरती पर सफेद बर्फ की चादर बिछ गई।
नैनीताल/भवाली, ज्ोएनएन : मौसम के बदले मिजाज के बाद सोमवार देर रात हिमालय दर्शन, किलबरी, मुक्तेश्वर, पहाड़पानी व आसपास के इलाके में काफी बर्फबारी हुई, जिससे पहाड़ की चोटिया व धरती पर सफेद बर्फ की चादर बिछ गई।
मंगलवार को यहां पहुंचे पर्यटकों ने इसका काफी लुत्फ उठाया। वहीं अन्य स्थानों में मंगलवार दोपहर तक हल्की मध्यम बारिश का क्रम जारी रहा। बीती शाम से मौसम के करवट बदलने के बाद देर रात सरोवर नगरी की ऊंची चोटी हिमालय दर्शन व किलबरी में ओलावृष्टि के साथ हिमपात हुआ। इस बीच नयना पीक, टिफिनटॉप व स्नोव्यू की चोटियों में हिमकणों के साथ ओले बरसे, लेकिन अधिक समय तक टिक नही सके। बर्फबारी की खबर लगते ही सैलानियों ने उंची चोटियों की ओर पहुंचना शुरू कर दिया। बर्फबारी का लुत्फ उठाने वाले सैलानियों का पूरे दिन जमावड़ा लगा रहा। इस बीच नगर के अन्य हिस्सों में हल्की बारिश का क्रम जारी रहा। जिससे यहां कड़ाके की ठंड होने लगी है।
जीआइसी मौसम विभाग के अनुसार, पिछले 24 घंटों में 35 मिमी वर्षा रिकॉर्ड की गई। तापमान अधिकतम 11 व न्यूनतम तीन डिग्री सेल्सियस रहा। आर्द्रता अधिकतम 90 व न्यूनतम 60 प्रतिशत दर्ज की गई।
जू में लगाए गए ब्लोअर, हीटर
चिडि़याघर की रेंजर ममता चंद के अनुसार वन्य जीवों को ठंड से बचाने के लिए बाड़ों में ब्लोअर, हीटर लगाए गए हैं, जबकि तिरपाल से बाड़े ढ़क दिए गए हें। वन्य जीवों को शहद, गुड़ व उबले अंडे जा रहे हैं।
फिसलन बढ़ने से फंसे वाहन
हिमपात के चलते बारापत्थर-किलबरी मार्ग पर फिसलन बढ़ गई और कई वाहन फंस गए। इस बीच किलबरी व पंगूट जाने वाला मार्ग बाधित रहा। बर्फवारी देखने के लिए यहां सैलानियों के वाहन आ रहे थे जिससे इस मार्ग में जाम लगा रहा। इसके अतिरिक्त पैदल राहगीरों को आने जाने वालों का भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
कंपकंपाने वाले मौसम ने पल-पल बदले रंग
जीवन को दुश्वार बनाने वाले मौसम ने पल-पल रंग बदला। हिमपात के साथ ओलों की बरसात देखने को मिली। इसके साथ ही हल्की बारिश का क्रम रुक-रुक कर जारी रहा तो कोहरे ने नगर को अपने आगोश में कई बार ले लिया। घने कोहरे के अंधेरे में वाहन चालकों को दिन में ही हेडलाइट जलानी पड़ गई। रही सही कसर शाम को बर्फीली हवाओं ने पूरी कर दी। जिससे यहां हाड़मांस कंपा देने वाली ठंड पड़नी शुरू हो गई।
बारिश से नैनीझील में समाया कूड़ा
बारिश से नालों से बहकर कूड़ा नैनी झील में समा गया। स्थानीय लोगों का कहना है कि कूड़ेदान बदहाल होने से आवारा कुत्ते व बंदर आए दिन कूड़ेदान का कूड़ा जमीन में बिखेर देते हैं। बाजार व होटलों में रौनक बढ़ी भवाली : क्षेत्र में पर्यटकों के आवागमन के बाद यहां के बाजार व होटलों में भी रौनक बढ़ गई है। आसपास के इलाकों में बर्फबारी के बाद काफी समय से सूने पड़े रिसॉर्ट व होटलों में पर्यटकों की आमद शुरू हो गई है। इससे कारोबारी काफी खुश हैं।
हिमपात के लायक नही गिर पा रहा पारा
सरोवर नगरी की ऊंची चोटियों में दो बार हल्का हिमपात हो चुका है, लेकिन वह बर्फबारी अभी तक नही हुई, जिसके इंतजार में आधा जाड़ा गुजर चुका है। मौसम के जानकारों का कहना है कि पिछले दिनों पारा चढ़ने के कारण हिमपात के अनुकूल मौसम नही बन पा रहा है। आर्यभटट् प्रेक्षण विज्ञान शोध संस्थान के प्रर्यावरणीय वैज्ञानिक डॉ. नरेंद्र सिंह के अनुसार पिछले दिनों यहां लगातार चटक धूप खिली रही, जिससे तापमान बढ़ गया और अब पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हुआ है, मगर तापमान ज्यादा नीचे नही उतर सका है। इस कारण हिमपात नही हो सका। यदि मौसम का मिजाज इसी तरह से बना रहा तो तापमान और नीचे जाएगा, जिससे हिमपात के आसार बढ़ जाएंगे।
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