पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा, उत्तराखंड को बनाएंगे पर्यटन हब
प्रदेश के पर्यटन व संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि उत्तराखंड को पर्यटन हब बनाने के लिए पौराणिक देवालयों को विभिन्न सर्किटों से जोड़ा गया है। इससे पर्यटन तो बढ़ेगा ही स्थानीय स्तर पर भी रोजगार सृजित होंगे।
बागेश्वर, जागरण संवाददाता : प्रदेश के पर्यटन व संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि उत्तराखंड को पर्यटन हब बनाने के लिए पौराणिक देवालयों को विभिन्न सर्किटों से जोड़ा गया है। इससे पर्यटन तो बढ़ेगा ही स्थानीय स्तर पर भी रोजगार सृजित होंगे।
शुक्रवार को पत्रकार वार्ता में पयर्टन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि बौद्ध सर्किट के तहत कालसी, गोविषाण आदि को जोड़ा गया है। गोलज्यू सर्किट के तहत चंपावत के गोलज्यू देवता मंदिर, घोड़ाखाल, अल्मोड़ा के चितई मंदिर को शामिल किया गया है। शिव सर्किट के तहत बागेश्वर के पौराणिक बागनाथ मंदिर को, धौलीनाग व दुदिला के फैणिनाग को नागराज सर्किट, कपकोट के मूल नारायण को विष्णु सर्किट में शामिल किया गया है। नौग्रह सर्किट भी बनाया गया है।
इसके अलावा कुमाऊं व गढ़वाल के जन-जन के आस्था के प्रतीक अनेक मंदिरों को विभिन्न सर्किटों से जोड़ा गया है। प्रसिद्ध कोट भ्रामरी मंदिर भी सर्किट में शामिल है।प्रसिद्ध बैजनाथ मंदिर पंचधाम की श्रेणी में आ गया है। उन्होंने कहा कि इन सर्किटों से जहां देवभूमि के मंदिरों को एक नई पहचान मिलेगी, वहीं पर्यटन के बढ़ने से सरकार को आय भी होगी। उन्होंने साहसिक पर्यटन के सवाल पर पत्रकारोको बताया कि जनपद बागेश्वर में कयाकिंग समेत अनेक गतिविधियां शीघ्र संचालित की जाएंगी। बैजनाथ झील में नौकायन शुरु किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि कोरोनाकाल में पर्यटन व्यवसाय बुरी तरह प्रभावित हुआ है।कई लोग बेरोजगार हुए हैं। प्रवासी युवा घर लौटे हैं।सरकार वीर चंद्र सिंह गढ़वाली स्वरोजगार योजना, पंडित दीनदयाल उपाध्याय योजना के तहत होम स्टे समेत अनेक योजनाएं संचालित कर रही है। युवाओं को इन योजनाओं का लाभ उठाना चाहिए।