नए रूप में नजर आएगा अल्मोड़ा का चितई गोलू देवता मंदिर, विकसित होंगी धार्मिक पर्यटन की सुविधाएं
कुमाऊं में धार्मिक आस्था का प्रतीक चितई गोलू देवता मंदिर अब नए स्वरूप में नजर आएगा। कुमाऊं मंडल विकास निगम ने गढ़वाल की तर्ज पर कुमाऊं में भी धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने की कवायद शुरू की है। श्रद्धालुओं को अब मंदिर के समीप पार्किंग समेत अन्य सुविधाएं मिलेंगी।
नरेश कुमार, नैनीताल : कुमाऊं में धार्मिक आस्था का प्रतीक चितई गोलू देवता मंदिर अब नए स्वरूप में नजर आएगा। कुमाऊं मंडल विकास निगम ने गढ़वाल की तर्ज पर कुमाऊं में भी धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने की कवायद शुरू की है। मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं को अब मंदिर के समीप पार्किंग समेत अन्य सुविधाएं मिलेंगी। यही नहीं, पर्यटक मंदिर के बाहर पहाड़ी व्यंजनों का लुत्फ भी उठा पाएंगे। मंदिर के समीपवर्ती क्षेत्र को विकसित करने के लिए केएमवीएन के प्रस्ताव को स्वीकृति मिल गई है। साथ ही शासन से 1.50 करोड़ का बजट जारी होने के बाद टेंडर प्रकिया भी शुरू कर दी गई है।
कुमाऊं में गोलू देवता से हजारों लोगों की आस्था जुड़ी हुई है, जिसमें अल्मोड़ा का चितई मंदिर खास मान्यता रखता है। न्याय देवता के रूप में प्रसिद्ध इस मंदिर में हर साल स्थानीय लोगों के साथ ही अन्य राच्यों के श्रद्धालु भी दर्शन और मनोकामना पूर्ति के लिए पहुंचते हैं। इसे देखते हुए अब कुमाऊं मंडल विकास निगम ने मंदिर को धार्मिक पर्यटन से जोडऩे की कवायद शुरू की है।
केएमवीएन के एमडी नरेंद्र भंडारी ने बताया कि कुमाऊं में धार्मिक पर्यटन विकसित करने के लिए कैंची धाम से अल्मोड़ा होते हुए जागेश्वर तक सुविधाएं विकसित की जानी हैं। अल्मोड़ा के चितई मंदिर में सुविधाओं के विकास के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा गया था, जिसमें डेढ़ करोड़ बजट जारी हो गया है। अब टेंडर प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। जल्द कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
पार्किंग, कुमाऊंनी व्यंजनशाला समेत कई विकासकार्य होंगे
एमडी ने बताया कि मंदिर के बाहर करीब 70 वाहनों की फ्लैट पार्किंग बनेगी। मंदिर से बाहर ओपन एयर थिएटर, शौचालय, बैठने के लिए गजीबो और पर्यटकों के लिए कुमाऊंनी व्यंजनशाला का निर्माण किया जाना है।
दूसरे चरण में भी कई कार्य प्रस्तावित
नरेंद्र भंडारी ने बताया कि मंदिर में पर्यटकों की संख्या में वृद्धि होती है तो दूसरे चरण में अन्य सुविधाएं विकसित करने की भी योजना है। मंदिर के पीछे की ओर करीब 300 मीटर लंबा पैदल रास्ता है, जिसे विकसित कर वहां भव्य प्रवेश द्वार बनाया जाएगा। एमडी केएमवीएन नरेंद्र भंडारी ने बताया कि चितई गोलू देवता मंदिर को विकसित किए जाने के लिए शासन से डेढ़ करोड़ का बजट जारी हो गया है। टेंडर खुलने के तुरंत बाद निर्माण कार्य शुरू कर दिए जाएंगे।