पैराग्लाइडिंग का बिजनेस शुरू करना है तो पहले देनी होगी परीक्षा, चार सदस्यीय टीम पहुंची भीमताल
पैराग्लाडिंग कारोबारियों को व्यवसाय फिर से शुरू करने के लिए परीक्षा से गुजरना होगा।
संवाद सहयोगी, भीमताल : पैराग्लाडिंग कारोबारियों को व्यवसाय फिर से शुरू करने के लिए परीक्षा से गुजरना पड़ेगा। इसके लिए मुख्यालय से चार सदस्यीय टीम भीमताल पहुंच गई है। तीन दिन के प्रवास के दौरान यह तकनीकी टीम नैनीताल जनपद में कार्यरत सारी पैराग्लाइडिंग कंपनी और नई कंपनियों के पायलटों की उड़ान संबधी परीक्षा लेगी। इसी क्रम में पैराग्लाइडिंग संचालकों को मौखिक परीक्षा देनी होगी।
पांडे गांव में मंगलवार सुबह तकनीकी टीम पहुंची। इस दौरान प्रथम चरण में हिमालियन, ईगल, हाक और फ्लाइंग बर्ड चार कंपनियों की साइट को देखा और इन कंपनियों के पायलटों की परीक्षा, उड़ान आदि का प्रशिक्षण लिया। तकनीकी टीम ने कंपनियों के पैराग्लाइडर, अन्य उपकरण की भी बारीकी से जांच की। टीम के मुताबिक बाद में पायलटों की लिखित परीक्षा, स्वामियों का मौखिक परीक्षा भी आयोजित किया गया। भीमताल आगमन पर भीमताल पैराग्लाइडिंग एसोसिएशन के सचिव नितिन राणा, नितेश बिष्ट, यशवंत पोखरिया आदि ने स्वागत किया। टीम बुधवार को भी बाकी बची कंपनियों की परीक्षा आयोजित कराएगी। पायलटों की परीक्षा के तहत उनके उड़ने और बैठने के तरीकों की बारीकी से निरीक्षण किया गया। तकनीकी टीम में मुख्यालय से जिला साहसिक पर्यटन अधिकारी जसपाल चौहान, पैराग्लाइडिंग एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड के डॉ. राघवेंद्र पाठक, पैराग्लाइडिंग एसोसिएशन ऑफ इंडिया के शंकर सिंह और जिला साहसिक अधिकारी नैनीताल अरविंद गौड़ हैं।
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पर्यटन के क्षेत्र में अब बहुत सारी संभावनाएं खोजी जा रही है। वीर चंद्र गढ़वाली से भी ऋण आदि की सुविधा उपलब्ध है।
-अरविंद गौड़, जिला साहसिक पर्यटन अधिकारी
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सामग्री की गुणवत्ता, पायलट के पास अनुभव आवश्यक है इसके साथ ही साथ सब का प्रयास होना चाहिए कि पर्यटकों को खासी सुविधा मिले।
जसपाल चौहान, जिला साहसिक पर्यटन अधिकारी