बलियानाला ट्रीटमेंट को लेकर दून में उच्चस्तरीय बैठक 22 को
बलियानाला की ट्रीटमेंट को लेकर मुख्य सचिव की अध्यक्षता में 22 अप्रैल को देहरादून में बैठक होगी।
जागरण संवाददाता, नैनीताल : बलियानाला की ट्रीटमेंट को लेकर मुख्य सचिव की अध्यक्षता में 22 अप्रैल को देहरादून में बैठक होगी। इस बैठक में नैनीताल के जिलाधिकारी समेत अन्य अधिकारी व विशेषज्ञ शामिल होंगे।
पिछले साल अगस्त में बलियानाला में भारी भूस्खलन हुआ था, जिससे पहाड़ी का बड़ा हिस्सा बलियानाले में समा गया और हरिनगर, जीआइसी समेत रईस होटल के क्षेत्र खतरे की जद में आ गए, जिससे दो दर्जन परिवारों को विस्थापित करना पड़ा। एक दर्जन परिवार अब भी सरकारी स्कूल के भवनों में रह रहे हैं। बलियानाला भूस्खलन की चपेट में आने के बाद से अभी तक कृष्णापुर को जाने वाली सड़क पर वाहनों की आवाजाही भी बंद है। इसके चलते क्षेत्रवासियों को ज्योलीकोट के रास्ते सामान ले जाना पड़ रहा है। ट्रीटमेंट को लेकर जापान के विशेषज्ञ भी बलियानाले का निरीक्षण कर चुके हैं। जायका विशेषज्ञों द्वारा बलियानाला क्षेत्र में मशीन के माध्यम से भूगर्भीय स्थिति का पता लगाया जा रहा है। सूत्रों के अनुसार इस निरीक्षण में 50 मीटर से अधिक गहराई तक कच्ची चट्टान होने का पता चला है। ऐसे में टिहरी बांध में पहाडि़यों की तर्ज पर ट्रीटमेंट किए जाने के प्रस्ताव तैयार किए जाने की चर्चा है। डीएम विनोद कुमार सुमन ने साफ कहा है कि जापानी विशेषज्ञों को इस तरह की पहाडि़यों के ट्रीटमेंट में दक्षता हासिल है, जो सौ साल से अधिक समय तक टिकाऊ रहती है। सिंचाई विभाग करेगा तलहटी का काम
बलियानाले की तलहटी का काम सिंचाई विभाग कर रहा है। सहायक अभियंता डीसी सती के अनुसार, बलियानाले की तलहटी में कटाव रोकने के काम किए जा रहे हैं। विभाग ने 40 करोड़ का प्रोजेक्ट बनाया था, जिसमें से 20 करोड़ के काम और होने हैं।