चम्पावत में गैस आपूर्ति न होने से खाली सिलिंडरों के साथ किया प्रदर्शन, दो माह से तरस रहे ग्रामीण
बीते दो माह चौमेल क्षेत्र से गैस आपूर्ति नहीं की गई है जिससे लोग को चूल्हे में खाना बनाने को मजबूर हैं। इससे महिलाओं का काफी अधिक परेशानी झेलनी पड़ रही है। महिलाएं और बच्चे जलौनी लकड़ी के लिए जंगलों में जा रहे हैं।
जागरण संवाददाता, लोहाघाट चम्पावत : बाराकोट के चौमेल में बीते दो माह से गैस आपूर्ति ने होने से उपभोक्ताओं ने खाली सिलिंडरों के साथ प्रदर्शन किया। उन्होंने शीघ्र गैस आपूर्ति न किए जाने पर आंदोलन की चेतावनी दी। कहा कि समय पर गैस की आपूर्ति नहीं होने से महिलाओं को काफी अधिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
गुरुवार को सामाजिक कार्यकर्ता सोनू कठायत के नेतृत्व में उपभोक्ताओं ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। कहा कि बीते दो माह चौमेल क्षेत्र से गैस आपूर्ति नहीं की गई है, जिससे लोग को चूल्हे में खाना बनाने को मजबूर हैं। इससे महिलाओं का काफी अधिक परेशानी झेलनी पड़ रही है। महिलाएं और बच्चे जलौनी लकड़ी के लिए जंगलों में जा रहे हैं। वक्ताओं ने रसोई गैस के लगातार बढ़ रहे दामों पर भी रोष जताया। कहा कि शीघ्र रसोई गैस की आपूर्ति नहीं की गई तो ग्रामीण आंदोलन करने के लिए मजबूर हो जाएंगे। इस दौरान अर्जुन सिंह, दीपक राय, विजय सिंह, संजय राम, कमल सिंह आदि मौजूद रहे। इधर खेतीखान में भी रसोई गैस की आपूर्ति न होने से परेशानी खड़ी हो गई है।
व्यापार संघ अध्यक्ष देवकी नंदन खर्कवाल, उपाध्यक्ष दिग्राज सिंह देउपा, महेश चंद्र, पंकज, नवीन वर्मा आदि ने बताया कि गैस गोदाम द्वारा लंबे समय से नियमित आपूर्ति नहीं की जा रही है। इससे उपभोक्ताओं को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। जिनके पास एक मात्र गैस सिलिंडर है वे चूल्हे में खाना बना रहे हैं। लोहाघाट नगर से लगे अन्य गांवों में भी रोस्टर केअनुसार सिलिंडरों की आपूर्ति नहीं हो पा रही है।
गैस गोदाम के प्रबंधक कीर्ति मुरारी ने बताया कि सड़क बंद होने से रसोई गैस की आपूर्ति नहीं हो पा रही है। डिमांड के अनुरूप गैस मंगाई गई है। वाहन आते ही रोस्टर के अनुसार आपूर्ति की जाएगी।