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परिवहन निगम में अटका प्रदेश के 3600 कर्मियों का वेतन

कोरोना काल में बगैर जान की परवाह किए देशभर के राज्यों में फंसे प्रदेश के रोडवेज कर्मी दो माह से वेतन के लिए भटक रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Fri, 03 Jul 2020 05:15 AM (IST)Updated: Fri, 03 Jul 2020 06:15 AM (IST)
परिवहन निगम में अटका प्रदेश के 3600 कर्मियों का वेतन
परिवहन निगम में अटका प्रदेश के 3600 कर्मियों का वेतन

जासं, हल्द्वानी : कोरोना काल में बगैर जान की परवाह किए देशभर के राज्यों में फंसे प्रदेश के प्रवासियों को उनके घर पहुंचाने में रोडवेज कर्मियों ने कोई कसर नहीं छोड़ी, लेकिन अब उन्हें अपना घर चलाने में परेशानी खड़ी हो गई है। क्योंकि उन्हें तीन महीने से वेतन नहीं मिला है। बिना वेतन काम कर रहे इन कर्मचारियों की संख्या करीब 3600 है। हल्द्वानी, काठगोदाम व जेएनएनयूआरएम समेत प्रदेश के दूसरे रीजन के विशेष श्रेणी में कार्यरत चालक-परिचालक व कार्यशाला कर्मियों का तीन महीने का वेतन बिल मुख्यालय को भेजा ही नहीं गया है। इधर, निदेशालय से अब केवल नियमित कर्मियों से ही ड्यूटी कराने के आदेश ने संविदा कर्मियों के सामने और बड़ा संकट खड़ा कर दिया है। हर माह साढ़े चार करोड़ का खर्च

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उत्तराखंड परिवहन निगम के तीन रीजन देहरादून, नैनीताल व टनकपुर में कुल डिपो की संख्या 21 है, जबकि विशेष श्रेणी, संविदा के तहत चालक-परिचालक-कार्यशाला में 3600 कर्मचारी काम करते हैं। इनका हर महीने वेतन का खर्चा 4.50 करोड़ रुपये आता है। ऐसे में तीन महीने का करीब 13.50 करोड़ रुपये का भुगतान होना बाकी है। तीन माह से वेतन के इंतजार में है। लेकिन मुख्यालय से कोई जवाब नहीं मिल रहा है। ऐसे में घर का खर्च चलाना मुश्किल हो गया है।

-कुलवीर सिंह, चालक, काठगोदाम डिपो हर महीने प्रत्येक कर्मियों का वेतन बिल निदेशालय भेजा जाता है। लेकिन तीन माह से बिल नहीं भेजा जा रहा है। पूछने पर सीधा जवाब भी नहीं मिलता है।

-कैलाश कांडपाल, परिचालक, काठगोदाम डिपो कोरोना काल में दूसरे राज्यों से प्रवासियों को लाने के लिए कई दिनों तक लगातार बस दौड़ाई है। लेकिन अब हमारे हितों की विभाग सुध नहीं ले रहा है।

-इकबाल अहमद, परिचालक, हल्द्वानी डिपो तीन महीने काम कराने के बाद अब विभाग केवल नियमित कर्मियों से काम कराने की योजना बना रहा है। ऐसे में संविदा कर्मियों की उपर संकट खड़ा हो जाएगा।

-सोना राम, चालक, काठगोदाम डिपो विशेष श्रेणी व संविदा कर्मचारी परिवहन निगम की रीढ़ हैं। उनको वर्तमान में ड्यूटी न देना व वेतन के बिल न बनाना मजदूरों का हनन है। विभाग को इसपर ध्यान देना चाहिये।

-कमल पपनै, प्रदेश अध्यक्ष उत्तरांचल रोडवेज कर्मचारी यूनियन कोरोना महामारी के चलते परिवहन निगम में तीन महीने से बसों का संचालन ठप था। हालांकि सेवाएं शुरू हो गई। जल्द ही कर्मियों को वेतन भी मिलेगा।

-दीपक जैन एमडी, परिवहन निगम


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