बागेश्वर में करंट से झुलसे तीसरे ग्रामीण की भी मौत, जेई व लाइनमैन पर मुकदमा दर्ज
बागेश्वर जिले के कफौली में क्षतिग्रस्त लाइन को दुरुस्त करने में करंट से झुलसे एक और ग्रामीण की इलाज के दौरान मौत हो गई है। इस घटना में अब तक तीन लोगों की मौत हुई है।
बागेश्वर, जेएनएन : बागेश्वर जिले के कफौली में क्षतिग्रस्त लाइन को दुरुस्त करने में करंट से झुलसे एक और ग्रामीण की इलाज के दौरान मौत हो गई है। इस घटना में अब तक तीन लोगों की मौत हुई है। जिससे गांव शोक में डूब गया है और विभिन्न संगठनों ने मृतक परिवारों को मुआवजा देने की मांग की है। मामले में जेई और लाइनमैन पर पहले ही मुकदमा दर्ज हो चुका है।
मालूम हो 16 अप्रैल को हरसिला-कफौली में क्षतिग्रस्त लाइन का काम चल रहा था। लाइनमैन के सहयोग के लिए ग्रामीण भी तार खींचने को पहुंच गए। 33 हजार केवी की लाइन में तब करंट दौड़ रहा था। जबकि ठीक नीचे 11 हजार केवी की लाइन को दुरुस्त किया जा रहा था। करंट फैलने से ग्रामीण नवीन पांडे और गोपाल जोशी की दर्दनाक मौत हो गई थी। जबकि भुवन कोरंगा 35 पुत्र नैन सिंह करीब 80 प्रतिशत झुलस गए थे। उनका इलाज हल्द्वानी के सुशील तिवारी अस्पताल में चल रहा था। ग्रामीण हेम चंद्र जोशी के अनुसार उन्होंने भी दम तोड़ दिया है।जिससे गांव पूरी तरह शोक में डूब गया है। जबकि इस घटना में पांच अन्य ग्रामीण भी घायल हुए थे और जिला अस्पताल में इलाज के बाद घर लौट गए हैं। पूर्व विधायक ललित फर्स्वाण, पूर्व जिपंअ हरीश ऐठानी, पूर्व दर्जा मंत्री राजेंद्र टंगड़िया, भूपेश उपाध्याय आदि ने पीड़ित परिवारों को मुआवजा देने और घटना की सभी कोणों से जांच करने की मांग की है।
भास्कर पांडे, ईई, बागेश्वर ने बताया कि करंट से झुलसे भुवन कोरंगा की इलाज के दौरान बीती रात मौत हो गई है। विभागीय नियमानुसार इंजीनियर नवीन मिश्रा के नेतृत्व में जांच समिति गठित की गई है। जांच समिति के अध्यक्ष कन्हैया मिश्रा हैं और उनके साथ दो सहायक अभियंता भी हैं। करंट लगने से अब तीन मौतें हो गईं हैं और मुआवजा आदि नियमानुसार मिल सकेगा।
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