पिथौरागढ़ में भूस्खलन में दबी सैनिक की पत्नी का एक दिन बाद भी नहीं चला पता
शुक्रवार की सुबह से यहां एसडीआरएफ की टीम खोज में जुटी है। धारचूला के बाद अब अस्कोट के पानागढ़ से भी एसडीआरएफ की टीम पहुंच चुकी है। शुक्रवार को जब खोज एवं बचाव का कार्य चल रहा था उसी दौरान फिर मलबा गिर गया और एक मकान ध्वस्त हो गया।

जागरण संवाददाता, पिथौरागढ़ : तहसील धारचूला के बलुवाकोट के जोशी गांव में हुए भारी भूस्खलन से गिरे मलबे की दबी महिला का अभी तक पता नहीं चल सका है। एसडीआरएफ की धारचूला और पानागढ़ की टीम खोज एवं बचाव कार्य पर जुटी है। राहत कार्य के दौरान शुक्रवार की सुबह एक मकान ध्वस्त हो गया। गांव के तेरह परिवार अन्य स्थान पर शरण लिए हुए हैं।
गुरु वार की अपरान्ह को बलुवाकोट बाजार से छह किमी की चढ़ाई पर स्थित जोशी गांव में अचानक तेज आवाज के साथ पहाड़ दरका और भारी मलबा गिर गया। इस दौरान घर से बीस मीटर की दूरी पर पानी भरने गए महिला पशुपति भट्ट मलबे में दब गई। सूचना मिलते ही पुलिस और एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची और महिला की खोज और बचाव का कार्य चला। रात तक कुछ पता नहीं चला। इस स्थान पर लगातार पहाड़ की तरफ से मलबा गिर रहा है। शुक्रवार की सुबह से यहां एसडीआरएफ की टीम खोज में जुटी है। धारचूला के बाद अब अस्कोट के पानागढ़ से भी एसडीआरएफ की टीम पहुंच चुकी है। साथ में खोजी कुत्ते भी हैं।
शुक्रवार को जब खोज एवं बचाव का कार्य चल रहा था उसी दौरान फिर पहाड़ से मलबा गिर गया और एक मकान ध्वस्त हो गया। खतरे में आए सभी तेरह परिवारों ने गुरु वार की घटना के बाद ही मकान छोड़ दिए थे। शुक्रवार को देव सिंह का मकान ध्वस्त हो गया। देव सिंह ने अपना यह मकान अपनी पुत्री को दिया था। लापता महिला के घर के पर कोहराम मचा है। दो छोटे -छोटे बच्चों को उनकी दादी संभाल रही है। महिला के पति फौजी हरीश भट्ट को सूचना दे दी गई है। हरीश इस समय तमिलनाडु के चेन्नई में तैनात है। सूचना मिलते ही वह घर को रवाना हो चुका है। उसके शनिवार सायं तक गांव पहुंचने की संभावना है।
जोशी गांव सहित आसपास के गांवों में दहशत बनी है। पहाड़ के दरकने से अन्य गांवों को भी खतरा बना हुआ है। ब्लॉक प्रमुख धन सिंह धामी भी गांव पहुंच चुके हैं। उन्होंने प्रशासन से इस स्थल पर शीघ्र सुरक्षात्मक कार्य करने की मांग की है।

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