रेंजर पर बाघ ने किया हमला, बाल-बाल बचे
कॉर्बेट के जंगल से आबादी वाले क्षेत्र में बाघ के घुस आने से गांव में दहशत फैल गई। बाघ चरी के खेत में जा छिपा।
संस, रामनगर : कॉर्बेट के जंगल से आबादी वाले क्षेत्र में बाघ के घुस आने से गांव में दहशत फैल गई। बाघ चरी के खेत में जा छिपा। सूचना पर स्थानीय लोगों का मौके पर मजमा लग गया। उसे खोजने के दौरान बाघ ने अचानक बिजरानी रेंजर पर हमला कर दिया। जिससे वह बाल-बाल बच गए।
कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के जंगल से सटे हाथीडंगर गांव में रविवार को मनोज पपनै के चरी के खेत में बाघ आ गया। बाघ को देखने के लिए भीड़ एकत्रित हो गई। जहां भीड़ बढ़ने पर बाघ को खेत से बाहर जाने का मौका नहीं मिल पाया। सूचना पर कालागढ़ के एसडीओ आरके तिवारी, बिजरानी रेंजर राजकुमार, ढेला रेंजर संदीप गिरी वन कर्मियों के साथ मौके पर पहुंचे। बाघ की वास्तविक लोकेशन देखने के लिए बिजरानी रेंजर राजकुमार वन कर्मियों के साथ खेत में गए। इस बीच बाघ ने दहाड़ने के साथ रेंजर पर हमले का प्रयास किया। उसके सामने आते ही रेंजर व वन कर्मी पीछे को वापस भागे। लोगों की बढ़ती भीड़ के आगे वनकर्मी उसे पकड़ने की कार्रवाई नहीं कर पाए। खेत में बाघ को खोजने के लिए झिरना से हाथी मंगाने के अलावा पिंजरा मंगाया गया है।
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बाघ को ट्रेंकुलाइज नहीं करेंगे वनाधिकारी
वनाधिकारियों की मानें तो खेत में दिख रहा बाघ काफी अस्वस्थ प्रतीत हो रहा है। माना जा रहा है कि वह भूखा होने से कमजोर भी है। ऐसे में कॉर्बेट प्रशासन ने उसे ट्रेकुंलाइज गन से बेहोश करने की रणनीति बदल ली। यदि उसे ट्रेंकुलाइज कर बेहोश करेंगे तो कमजोर होने की वजह उसकी जान भी जा सकती है। लिहाजा मौके पर पिंजरा लगाया जा रहा है। पिंजरे में उसे कैद करने के बाद रेस्क्यू सेंटर भेजा जाएगा।
बाघ देखने पेड़ों पर चढ़ गए लोग
बाघ को देखने के लिए वन कर्मियों के साथ कई लोग खेत से लगे पेड़ों में चढ़ गए। वह पेड़ों में चढ़कर खेत में बाघ देखने की कोशिश करते रहे। वन कर्मियों को लोगों को पेड़ों से उतारने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी।