शासन ने कुमाऊं विवि की मुहिम को दिया झटका
शासन ने एक ही झटके में कुमाऊं विवि के विस्तार की कवायद पर पानी फेर दिया।
नैनीताल : शासन ने एक ही झटके में कुमाऊं विवि के विस्तार की कवायद पर पानी फेर दिया। विवि ने जैव प्रौद्योगिकी संस्थान पटवाडांगर में नया कैंपस व हिमालयन मेडिसन रिसर्च इंस्टीट्यूट, एग्रीकल्चर संकाय स्थापित करने की योजना तैयार की थी मगर शासन ने इस संस्थान परिसर को जैव प्रौद्योगिकी परिषद हल्द्वी के हवाले कर दिया। परिषद ने यहां जैव विविधता पार्क, जैव विविधता आंकलन एवं संग्रह केंद्र, हाईटेक पर्वतीय कृषि उत्कृष्टता केंद्र, स्वास्थ्य सुरक्षा प्रणाली सुधार केंद्र प्रस्तावित किया है।
जिला मुख्यालय से नौ किमी दूर पटवाडांगर में करीब 103 एकड़ जमीन में जैव प्रौद्योगिकी संस्थान है। संस्थान परिसर में 58 छोटे-बड़े भवन जीर्ण शीर्ण अवस्था में हैं। 2005 में तत्कालीन सीएम एनडी तिवारी द्वारा जीबी पंत विवि को वैक्सीन बनाने के लिए जैव प्रौद्योगिकी संस्थान परिसर दिया गया। 13 साल में करीब 12 करोड़ खर्च करने के बाद एक भी वैक्सीन नहीं बनी। 2017 में स्वास्थ्य विभाग ने पत्र जारी कर साफ किया कि यहां वैक्सीन बनने की उम्मीद नहीं है।
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कुलाधिपति, कृषि मंत्री व उच्च शिक्षा मंत्री ने दी थी सहमति
दरअसल पिछले साल चार अगस्त को कुलपति प्रो. केएस राणा की अध्यक्षता में जैव प्रौद्योगिकी संस्थान पटवाडांगर में कुमाऊं विवि का नया परिसर बनाने, परिसर में फोरेंसिक साइंस, एग्रीकल्चर फैकल्टी, हिमालयन मेडिसन रिसर्च सेंटर समेत अन्य नए कोर्स संचालित करने का प्रस्ताव पारित किया गया था। पूर्व वीसी प्रो. राणा बताते हैं कि राज्यपाल बेबी रानी मौर्य, कृषि मंत्री सुबोध उनियाल, उच्च शिक्षा राज्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत की सहमति व निर्देशों के बाद प्रमुख सचिव कृषि ने उच्च शिक्षा सचिव से रिपोर्ट मांगी थी। जीबी पंत विवि के कुलपति प्रो. तेजप्रताप की भी सहमति ली गई थी मगर पूरी कवायद पर एक झटके पर पानी फिर गया। कुलपति प्रो. एनके जोशी का कहना है कि शासन के आदेश के बाद अब विवि की ओर से वैकल्पिक प्रयास किए जाएंगे। कृष्णापुर में एग्रीकल्चर संकाय स्थापित होगा।
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फिल्म सिटी का प्रस्ताव भी ठंडे बस्ते में
पटवाडांगर में उत्तराखंड फिल्म विकास परिषद की ओर से फिल्म सिटी भी प्रस्तावित की थी। पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में फिल्म विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष श्रीकृष्ण नौटियाल व सिने अभिनेता हेमंत पांडे की ओर से बकायदा इसकी संस्तुति की थी। बोर्ड सदस्य नैनीताल के सुहृद सुदर्शन साह ने फिल्म सिटी का प्रोजेक्ट तैयार किया था। देहरादून में आयोजित इन्वेस्टर्स समिट में इसको लेकर एमओयू भी हुआ था। साह का कहना है कि सरकार ने राजनीतिक कारणों से फिल्म सिटी के प्रस्ताव को तवज्जो नहीं दी।
वर्जन
पटवाडांगर की बेशकीमती भूमि का सदुपयोग होना चाहिए। सरकार ने जो भी निर्णय लिया है, ठीक है मगर स्थानीय लोगों को रोजगार सुनिश्चित किया जाना चाहिए। इसके लिए जरूरत पड़ी तो आंदोलन किया जाएगा।
हिमांशु पांडे, ज्येष्ठ उप प्रमुख व स्थानीय निवासी।