शिकारी को पकड़ा वन विभाग ने, वाहवाही बटोर ले गई पुलिस
बेलबाबा से सटे जंगल में वन्यजीवों के शिकार के इरादे से चार शिकारी घुस गए। पुलिस ने इसे खुद की सफलता बताते हुए प्रेस नोट जारी कर दिया।
हल्द्वानी, जेएनएन : बेलबाबा से सटे जंगल में वन्यजीवों के शिकार के इरादे से चार शिकारी घुस गए। अवैध बंदूक से उन्होंने एक जंगली मुर्गे का शिकार किया। हालांकि गश्त पर निकले वन कर्मचारियों को देख तीन तस्कर बाइकों से फरार हो गए। जबकि एक पेड़ के नीचे छिप गया। सर्च अभियान चलाकर वन कर्मियों ने उसे पकड़ लिया। उसके कब्जे से 12 बोर का असलहा व शिकार किया गया मुर्गा बरामद हुआ है। जिसके बाद वनकर्मी उसे पकड़कर खुद चौकी ले आए। इसके बाद पुलिस ने इसे खुद की सफलता बताते हुए प्रेस नोट जारी कर दिया और तस्कर को पकडऩे का श्रेय खुद के खाते में दर्ज करा लिया।
यह जंगल हल्द्वानी व भाखड़ा रेंज में आता है। रेंजर राम सिंह बिष्ट के मुताबिक बीते शनिवार की रात टीम गश्त पर थी। इस बीच दो बाइकों पर सवार चार तस्कर टीम को देखकर भागने लगे। अंधेरा होने की वजह से तीन फरार हो गए। जबकि पेड़ के नीचे छिपा एक तस्कर कड़ी मशक्कत के बाद हत्थे चढ़ गया। उसके कब्जे से टीम को एक अवैध बंदूक व मुर्गा भी मिला। जिसका शिकार कुछ देर पहले जंगल में किया गया था। पकड़े गए युवक ने पूछताछ में अपना नाम गणेश राम निवासी फूलचौड़ बंदोबस्ती बताया। जिसके बाद उसे टीपीनगर पुलिस चौकी के सुपुर्द किया गया। वन विभाग ने फॉरेस्ट एक्ट व पुलिस ने आम्र्स एक्ट के तहत आरोपित के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। रेंजर बिष्ट ने बताया कि शिकार किए गए मुर्गे का रविवार सुबह बकायदा पोस्टर्माटम करवाया गया। अब कोर्ट से तस्कर का रिमांड लेने का प्रयास किया जाएगा। ताकि फरार तीन शिकारियों के बारे में जानकारी मिल सके।
फॉरेस्ट को आम्र्स एक्ट कार्रवाई की पावर नहीं
वन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक पकड़े गए आरोपित के पास से बगैर लाइसेंस की बंदूक मिली। जिस वजह से पुलिस के माध्यम से आम्र्स एक्ट में मुकदमा दर्ज करवाया गया। क्योंकि इसकी जांच का अधिकार महकमे को नहीं है। हालांकि फॉरेस्ट की धाराओं में दर्ज मुकदमे की जांच विभाग करेगा।
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