मदकोट में लगेगी पहाड़ की पहली आलू बीज ग्रेडिंग मशीन, पूरे प्रदेश में होती है बीज की सप्लाई
प्रदेश में सबसे अधिक आलू बीज का उत्पादन करने वाले सीमांत जिले पिथौरागढ़ के मदकोट कस्बे में पहली बीज ग्रेडिंग मशीन लगाने का काम शुरू हो गया है।
पिथौरागढ़, जेएनएन : प्रदेश के काश्तकारों को अब अलग-अलग आकार के आलू बीज की समस्या नहीं रहेगी। प्रदेश में सबसे अधिक आलू बीज का उत्पादन करने वाले सीमांत जिले पिथौरागढ़ के मदकोट कस्बे में पहली बीज ग्रेडिंग मशीन लगाने का काम शुरू हो गया है। राज्य के पर्वतीय जिलों में पहली बार ग्रेडिंग मशीन लगाई जा रही है।
किसानों को होगा लाभ
मदकोट कस्बे में आलू फेडरेशन का गठन किया गया है। फेडरेशन के माध्यम से धारचूला, मुनस्यारी और डीडीहाट तहसीलों के हजारों आलू उत्पादक अपने उत्पादन का विक्रय करते हैं। फेडरेशन पूरे प्रदेश में आलू बीज की सप्लाई करता है। अभी तक उत्पादकों को खुद ही अपने आलू बीज की छंटाई करनी पड़ती थी। इसमें समय अधिक लगता था, जिसे लागत बढ़ जाती थी। इस समस्या को देखते हुए सरकार ने मदकोट में आलू ग्रेडिंग मशीन लगाने का निर्णय लिया था।
मशीन मदकोट पहुंच गई है और इसे लगाने का कार्य शुरू कर दिया है। 15 जनवरी तक यह मशीन स्थापित हो जाएगी। इसके बाद किसान मशीन में डालकर अपने आलू की आसानी से ग्रेडिंग कर सकेंगे। इससे किसानों के समय की बचत होगी और लागत कम होगी, जिससे किसानों का मुनाफा बढ़ेेगा। मशीन लगने से सीमांत की तीन तहसीलों के किसान गदगद हैं। जिला उद्यान अधिकारी आरएस वर्मा का कहना है कि मदकोट में आलू बीज ग्रेडिंग मशीन लगाने का काम शुरू हो गया है। 15 जनवरी तक मशीन स्थापित कर ली जाएगी। इसके बाद आलू बीज की ग्रेडिंग शुरू हो जाएगी। इस वर्ष प्रदेश भर के किसानों को समान आकार का आलू बीज उपलब्ध हो सकेगा।
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