कुमाऊं विवि का दीक्षांत 28 को, नोबेल पुरस्कार विजेता हो सकते हैं मुख्य अतिथि
कुमाऊं विवि का दीक्षांत समारोह अब 28 नवंबर को नैनीताल डीएसबी परिसर के एएन सिंह हॉल में होगा। मुख्य अतिथि के लिए नोबल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी से संपर्क साधा जा रहा है।
नैनीताल (जेएनएन) : कुमाऊं विवि का दीक्षांत समारोह अब 28 नवंबर को नैनीताल डीएसबी परिसर के एएन सिंह हॉल में होगा। जिसके मुख्य अतिथि के लिए कुलाधिपति बेबी रानी मौर्य ने विवि की ओर से प्रस्तावित नोबल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी के नाम को मंजूरी प्रदान कर दी है। विवि प्रशासन की ओर से सत्यार्थी से संपर्क साधा जा रहा है। जल्द ही स्थिति स्पष्ट हो जाएगी। समारोह में फिल्मकार व अल्मोड़ा निवासी प्रसून जोशी को डी-लिट की मानद उपाधि प्रदान की जाएगी।
कुलपति प्रो. डीके नौडिय़ाल ने बताया कि समारोह की तैयारियां करीब करीब पूरी हैं। डीएसबी परिसर निदेशक प्रो. एलएम जोशी की ओर से समारोह को सफल बनाने के लिए 50 से अधिक कमेटियों का गठन किया जा चुका है। निकाय चुनाव आचार संहिता की वजह से 15 नवंबर को प्रस्तावित दीक्षांत समारोह स्थगित करना पड़ा था। प्रो. नौडिय़ाल ने बताया कि उत्तराखंड मुक्त विवि का दीक्षांत समारोह 27 नवंबर को हल्द्वानी में होगा। कुलाधिपति द्वारा इसकी भी मंजूरी प्रदान कर दी है। दीक्षांत समारोह में कुलाधिपति के साथ ही मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, उच्च शिक्षा राज्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत के आने की संभावना है। यहां बता दें कि निकाय चुनाव की आदर्श आचार संहिता की वजह से विवि को 14 नवंबर का प्रस्तावित दीक्षांत समारोह स्थगित करना पड़ा था।
यूओयू के कुलपति की चयन प्रक्रिया शुरू : राज्य सरकार ने उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय में नए कुलपति के चयन लिए प्रक्रिया तेज कर दी है। इसके लिए आवेदन मांगे गए थे। अब तक देश भर के विभिन्न विश्वविद्यालयों से 50 से अधिक प्रोफेसरों के आवेदन शासन को पहुंच चुके हैं। उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय में कुलपति प्रो. नागेश्वर राव के इस्तीफे के बाद पद रिक्त है। प्रो. राव का तीन साल पूरा होने से पहले ही इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय नई दिल्ली में कुलपति के लिए चयन हो गया था। तीन महीने से कुलपति का पद रिक्त चल रहा है।
हालांकि, कुमाऊं विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. डीके नौडिय़ाल को अतिरिक्त जिम्मेदारी दी है, लेकिन वह यहां पर अधिक समय देने में असमर्थ हैं। इसकी वजह से तमाम प्रशासनिक व एकेडमिक कार्य प्रभावित हो रहे हैं। इसी के चलते शासन ने नए कुलपति के लिए चयन प्रक्रिया तेज की है। कुलपति पद के लिए देश भर के विश्वविद्यालयों के अलावा उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय, कुमाऊं विश्वविद्यालय व गढ़वाल विश्वविद्यालय के कई प्रोफेसरों ने भी आवेदन किया है। इन आवेदनों पर 14 नवंबर र्का शासन में चर्चा होनी है। इसके लिए तैयारियां चल रही हैं।
यह भी पढ़ें : अब राशन की दुकान पर रोजगार भी मिलेगा, खुलेंगे कॉमन सर्विस सेंटर
यह भी पढ़ें : यहां किताबें व शिक्षक के अलावा दीवारें भी देती हैं सीख