कर्मचारियों की नियुक्ति को लेकर मेयर व आयुक्त में टकराव
मेयर स्वच्छता समिति के माध्यम से सफाई कर्मियों की नियुक्ति कराना चाहते हैं, लेकिन नगर आयुक्तमर्तोलिया साफ कह चुके हैं कि इस प्रक्रिया से नियुक्ति संभव नहीं हैं।
गणेश पांडेय, हल्द्वानी। नगर निगम आपके द्वार अभियान के तहत वार्डों में जाकर सफाई सुविधा देने का आश्वासन दे चुके मेयर बोर्ड गठन के ढ़ाई माह बाद भी जनता से किया वादा पूरा नहीं कर पाए हैं। मेयर डॉ. जोगेंद्र रौतेला स्वच्छता समिति के माध्यम से सफाई कर्मियों की नियुक्ति कराना चाहते हैं, लेकिन नगर आयुक्त सीएस मर्तोलिया बोर्ड बैठक में साफ कह चुके हैं कि इस प्रक्रिया से नियुक्ति संभव नहीं हैं। इसके पीछे निगम की खराब माली हालत को वजह बताया जा रहा है। पिछले एक सप्ताह से मेयर रौतेला ऑफिस टाइम के बाद देर शाम तक अधिकारियों के साथ घंटों बैठक कर रहे हैं, लेकिन अभी तक कोई नतीजा नहीं निकला। जैसे-जैसे लोकसभा चुनाव अधिसूचना की घड़ी नजदीक आ रही है, मेयर के माथे पर शिकन बढ़ती जा रही है।
नगर निगम की माली हालत खस्ता : शासन से पर्यावरण मित्रों (सफाई कर्मी) की नियुक्ति होने तक निगम अस्थायी व्यवस्था कर सकता है। स्वच्छता समिति से नियुक्ति होने पर निगम को खुद की आय से भुगतान करना होता है। खुद के संसाधनों से निगम की वार्षिक आय करीब 3.30 करोड़ है, जो पहले के ही खर्चों के लिए अपर्याप्त है। ऐसे में 135 कर्मचारियों के वेतन के लिए हर माह 10-12 लाख बजट की जरूरत होगी। दूसरी ओर, आउटसोर्स से नियुक्ति करने पर शासन की ग्रांट से भुगतान करने का रास्ता बनता है।
कर्मचारी संगठनों के अपने हित : सूत्रों की मानें तो स्वच्छता कर्मचारियों के संगठन अपने-अपने चहेतों को स्वच्छता समिति में जगह देने के लिए मेयर पर दबाव बनाए हुए हैं। नौकरी दिलवाने से कर्मचारी नेताओं की राजनीति चलती रहती है।
बोर्ड बैठक में भी लाया गया प्रस्ताव : 27 वार्डों में सफाई कर्मचारी नियुक्त करने का प्रस्ताव 31 जनवरी को बोर्ड बैठक में लाया गया। मेयर ने प्रत्येक वार्ड में स्वच्छता समिति के माध्यम से 5-5 कर्मचारी रखने की पैरवी की। एमएनए ने आपत्ति जताते हुए आउटसोर्स से नियुक्ति की बात कही। अंतत: बैठक में इस प्रस्ताव पर अंतिम फैसला नहीं हो पाया था।
नहीं शुरू हुई सफाई व्यवस्था : कर्मचारियों की नियुक्ति नहीं होने की वजह से 27 वार्डों में सफाई व्यवस्था शुरू नहीं हो पाई है। पार्षद आए दिन निगम दफ्तर पहुंचकर सफाई कर्मचारियों को वार्ड में भेजने की मांग करते हैं। अधिकारी कर्मचारियों की कमी का हवाला देकर असमर्थता जता देते हैं। नगर आयुक्त सीएस मर्तोलिया के अनुसार नए वार्डों में सफाई कर्मचारियों की नियुक्ति का मामला विचाराधीन है। जल्द ही नियमानुसार नियुक्ति की कार्यवाही शुरू की जाएगी। मेयर नगर निगम डॉ. जोगेंद्र रौतेला ने बताया कि कर्मचारियों की नियुक्ति पर मंथन जारी है। अधिकारियों के साथ नियमित बैठक कर रहा हूं। निगम की वित्तीय स्थिति को मद्देनजर रखते हुए फैसला लिया जाएगा।
निगम की मशीनरी मोदी रैली की तैयारी में झोंकी : पीएम नरेंद्र मोदी के रुद्रपुर दौरे को लेकर सरकारी मशीनरी का उपयोग शुरू हो गया है। रुद्रपुर में व्यवस्थाएं बनाने के लिए हल्द्वानी निगम से एक जेसीबी, एक वाटर टैंक व चार चालकों को लगाया गया है। पहले से कर्मचारियों की कमी से जूझ रहे निगम की सफाई व्यवस्था पर इसका असर पड़ रहा है। हालांकि अधिकारी सबकुछ ठीक चलने का दावा कर रहे हैं।
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