32 साल पुराना रिकार्ड तोड़ने की तरफ तराई-भाबर का पारा
तराई और भाबर में धरती लगातार तप रही है। जिसके चलते अधिकतम पारा भी बढ़ता जा रहा है।
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी: तराई और भाबर में धरती लगातार तप रही है। जिसके चलते अधिकतम पारा भी बढ़ता जा रहा है। सोमवार के मुकाबले मंगलवार को अधिकतर तापमान एक डिग्री बढ़त के साथ 41 डिग्री तक जा पहुंचा। मौसम विभाग के अनुसार 32 साल पहले 29 मई को अधिकतम तापमान 44 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। जिसके बाद इस साल मई का तापमान पहली बार 41 डिग्री पहुंच गया है। गर्मी बढ़ने से लोग बेहाल हैं। इससे आम जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है।
मई के शुरुआती दिनों में मौसम में बदलाव कम देखने को मिला था। दूसरे सप्ताह से उमस के साथ-साथ तेज गर्मी का प्रकोप शुरू हुआ। हालांकि बीच में कुछ दिन बारिश व ओलावृष्टि के चलते गर्मी का अहसास कम ही हुआ, मगर तीसरे सप्ताह की शुरुआत से तराई और भाबर का पारा दिनोंदिन बढ़ता जा रहा है। हर दिन बढ़ता तापमान एक नया रिकॉर्ड बना रहा है, लेकिन मंगलवार की भीषण गर्मी ने 32 साल पुराना रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिया।
29 मई 1988 को हल्द्वानी का अधिकतम तापमान 44.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। इसके बाद से मई का सबसे अधिक तापमान 40.8 डिग्री सेल्सियस 2015 में दर्ज किया गया था। हालांकि, राहत की बात यह है कि आने वाले दिनों में बारिश थोड़ा ठंडक देगी। पंतनगर कृषि विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक आरके सिंह ने बताया कि 28, 29, 30 मई को तराई में हर दिन 15 मिलीमीटर तक बारिश होगी। इसके साथ ही 50 से 60 किलोमीटर की गति से आंधी भी चलेगी। जबकि, पर्वतीय क्षेत्रों में ओलावृष्टि और 25 मिलीमीटर तक बारिश होगी।