Move to Jagran APP

भूकंप के अध्‍ययन के निष्‍कर्षों को जानने के लिए पहुंची दिल्ली से वैज्ञानिकों की टीम nainital news

रामनगर के गैबुआ नंदपुर गाव में भूकंप का पता लगाने के लिए आइआइटी कानपुर के वैज्ञानिकों द्वारा जमीन की खोदाई काम जारी है।

By Edited By: Published: Mon, 24 Feb 2020 01:20 AM (IST)Updated: Mon, 24 Feb 2020 03:00 AM (IST)
भूकंप के अध्‍ययन के निष्‍कर्षों को जानने के लिए पहुंची दिल्ली से वैज्ञानिकों की टीम nainital news
भूकंप के अध्‍ययन के निष्‍कर्षों को जानने के लिए पहुंची दिल्ली से वैज्ञानिकों की टीम nainital news

रामनगर, जेएनएन : रामनगर के गैबुआ नंदपुर गाव में भूकंप का पता लगाने के लिए आइआइटी कानपुर के वैज्ञानिकों द्वारा जमीन की खोदाई काम जारी है। रविवार को इस टीम के अध्ययन के निष्कर्षों को जानने के लिए दिल्ली से वैज्ञानिकों की टीम पहुंची। पंद्रह सदस्यीय टीम ने रविवार को खोदाई वाली जगह का स्थलीय निरीक्षण किया। घंटे भर तक जरूरी जानकारी जुटाने के बाद लौट टीम के सदस्य लौट गए।

loksabha election banner

आइआइटी कानपुर के वैज्ञानिकों को सैटेलाइट के जरिए गैबुआ नंदपुर गाव में पहाड़ी की तलहटी में जमीन की सतह खिसकी मिली थी। आठ फरवरी को आइआइटी के वैज्ञानिकों की टीम ने जेसीबी से जमीन की खोदाई शुरू कर दी। अध्ययन में जमीन के नीचे कई जगह पर जमीन की सतह असमान मिली। जमीन की परतें ऊंची-नीची होने को लेकर आंकड़े जुटाए। इस दौरान मिट्टी के पुराने बर्तन व कोयले के अवशेष मिले थे। मामले में केंद्र सरकार की विशेष नजर है।

रविवार को पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय भारत सरकार के तहत गठित समिति की टीम रामनगर पहुची। टीम में समिति के चेयरमैन डॉ. रवि कुमार के अलावा डॉ. विनीत गहलोत, प्रभाश पाडे, डॉ. सुजीत दास गुप्ता समेत 15 सदस्य शामिल थे। टीम ने मौके पर निरीक्षण कर आइआइटी के प्रोफेसर डॉ. जावेद मलिक से क्षेत्र की भौगोलिक स्थिति की जानकारी ली। इस दौरान आइआइटी कानपुर के वैज्ञानिक महेद्र कुमार गडवी भी मौजूद रहे। आइआइटी कानुपर के प्रोफेसर जावेद मलिक ने बताया कि उनकी टीम गैबुआ में तीन दिन और अध्ययन करेगी। जरूरी आंकड़े जुटाए जा रहे हैं। सोमवार को जमीन के नीचे से मिट्टी के कुछ और नमूने जाच के लिए एकत्र किए जाएंगे।

यह भी पढ़ें : रानीखेत में मिला डायनासोर युग की दुर्लभ फर्न प्रजातियों का संसार

यह भी पढ़ें : काठगोदाम रेलवे स्टेशन पर दिखेगी शहीदों की शौर्य गाथा, स्‍टेशन पर बनने वाला होगा देश का पहला वॉर मेमोरियल


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.