कान्वेंट से बारहवीं पास युवाओं को हिदी समझा रहे प्राध्यापक
हिंदी का ज्ञान न होने के कारण कालेज में प्रवेश लेने पहुंच रहे युवाओं को फजीहत झेलनी पड़ रही है।
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : एक जमाने में छोटी कक्षाओं से ही बच्चों को हिदी सिखाई जाती थी। साथ में हिदी शब्दों का अंग्रेजी अनुवाद भी बताया जाता था। जिसके चलते बच्चों को हिदी-अंग्रेजी के सामान्य शब्दों का पूरा ज्ञान होता था, लेकिन आजकल हिदी भले ही न आए, अंग्रेजी सिखाने का ट्रेंड चल पड़ा है। इसी के चलते कालेज में दाखिला लेने आने वाले युवाओं को फजीहत झेलनी पड़ रही है। न तो उन्हें संरक्षक शब्द का अर्थ पता है और न ही महोदय का। ऊपर से आवेदन फार्म में गलतियां इतनी कि खुद हिदी शरमा जाए। एमबीपीजी कालेज में प्रवेश के लिए आ रहे कान्वेंट से बारहवीं पास करने वाले विद्यार्थियों को यह तक नहीं मालूम कि अनुरोध, प्रार्थना, प्रवेश, निवेदन शब्द का क्या अर्थ है। जो कि प्रवेश समितियों के लिए सिरदर्द बन गया है। महिला कालेज में बीएससी, बीकाम, बीए में दाखिला लेने आ रही छात्राओं को संस्थागत-व्यक्तिगत जैसे शब्दों का अर्थ पता नहीं। इसके चलते वेबसाइट से डाउनलोड किए गए फार्म कालेज में कोरे ही पहुंच रहे हैं। ऐसे छात्रों को हिदी समझाने में ही प्राध्यापकों का सारा दिन निकल रहा है।
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दो दिन में 105 दाखिले
महिला डिग्री कालेज में मंगलवार से बीए प्रथम वर्ष और बीएससी जेडीबीसी प्रथम वर्ष में भी दाखिले शुरू हो गए हैं। पहले दिन बीए में 11 व जेडबीसी में 16, पीसीएम में 23 और बीकाम में 22 छात्राएं दाखिला लेने पहुंची। इसी के साथ ही दो दिन में अब तक स्नातक प्रथम वर्ष की कक्षाओं में 105 छात्राएं प्रवेश प्रक्रिया पूरी कर चुकी हैं। बीएससी पीसीएम की दूसरी मेरिट सूची आज जारी होगी। जिसमें 25 छात्राओं को जगह मिलेगी। एमबी में 1225 को मिला दाखिला
एमबीपीजी कालेज में भी स्नातक प्रथम वर्ष की प्रवेश प्रक्रिया जारी है। अब तक बीए में 600, बीकाम में 260 और बीएससी में 365 छात्रों को दाखिला मिल चुका है। प्रवेश प्रभारी डा. एसएन सिद्ध ने बताया कि बीए में 11, बीकाम में 99 और बीएससी में 127 आवेदनों के संबंधित दस्तावेजों की जांच होना बाकी है। दूसरी मेरिट सूची 15 अक्टूबर को जारी की जाएगी।