चुनावी मौसम में राजनीतिक बहस से गर्म हुआ सोशल मीडिया, ऑनलाइन भिड़ रहे समर्थक
सत्ता संग्राम के बीच मतदाताओं को लुभाने के लिए उम्मीदवार मैदान में हैं लेकिन समर्थकों में सोशल मीडिया में महासंग्राम चल रहा है।
हल्द्वानी, जेएनएन : चुनावी मौसम में सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर राजनीतिक टिप्पणी पोस्ट करने का सीजन चल रहा है। सत्ता संग्राम के बीच मतदाताओं को लुभाने के लिए उम्मीदवार मैदान में हैं, लेकिन समर्थकों में सोशल मीडिया में महासंग्राम चल रहा है। राजनीतिक दलों के समर्थक अपनी पार्टी और प्रत्याशियों के समर्थन में पोस्ट डाल रहे हैं। इसमें मर्यादित-अमर्यादित हर तरह की भाषा का जमकर इस्तेमाल किया जा रहा है। किसी नेता के समर्थन व विरोध में चुनाव से जुड़ी पोस्ट को लाइक और कमेंट खूब मिल रहे हैं। मैसेज को ट्रोल करने वाले भी कम नहीं हैं।
वाट्सएप पर चल रहे मैसेज
- मैं चौकीदार हूं नारे को टक्कर देने के लिए विरोधी पार्टी ने मैं भी जमानत पर हूं का नया नारा जारी किया है
- कौन कहता है कि खुशबू सिर्फ गुलाब के फूल मे होती है। दोस्तो ईवीएम का बटन दबा के देखो पुरा हिंदुस्तान महकेगा।
- न राम मिला न रोजगार मिला, बस हर गली में मोबाइल चलाता बेरोजगार मिला।
- खत्म हुए खंडूड़ी-कोश्यारी के नारे, अब मिशन मोदी के सहारे।
- नैनीताल सीट इतनी हॉट हो गई कि दोनों योद्धाओं का हौसला चरम पर है। दो साल पहले दोनों योद्धाओं को जनता ने... एक को एक सीट से तो दूसरे को दो सीटों पर।
टिकट फाइनल होते ही फोटो पोस्ट
जिन नेताओं का टिकट फाइनल हो गया, उनके साथ समर्थक अपनी फोटो सोशल मीडिया पर पोस्ट कर रहे हैं। इनमें ज्यादातर तस्वीरें पुरानी हैं। जिसमें कार्यकर्ता फूलों का गुलदस्ता भेंट करते हुए नजर आ रहे हैं, लेकिन मौके की नजाकत को देखते हुए ऐन चुनाव के मौके पर यह फोटो नेताजी को बधाई देने के काम आ रही है। वहीं, एक बड़े राष्ट्रीय राजनीतिक दल के कुछ समर्थक ऐसे भी हैं जो उम्मीदवारों के नामों की घोषणा से पहले ही उन्हें पार्टी की ओर से प्रत्याशी बनाए जाने की बधाई दे रहे हैं।
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