फर्जी रजिस्ट्रेशन नंबर से हो रही थी उपखनिज निकासी, ऐसे कर रहे गोलमाल
गौला नदी खनन में लगे वाहनों के रजिस्ट्रेशन में फर्जीवाड़े का खेल पकड़ में आया है। वन कर्मियों ने आठ वाहनों को फर्जी रजिस्ट्रेशन पर उपखनिज की निकासी करते हुए पकड़ा।
लालकुआं, जेएनएन : गौला नदी के इमलीघाट गेट पर खनन में लगे वाहनों के रजिस्ट्रेशन में फर्जीवाड़े का खेल पकड़ में आया है। वन कर्मियों ने इमलीघाट निकासी गेट पर आठ वाहनों को फर्जी रजिस्ट्रेशन पर उपखनिज की निकासी करते हुए पकड़ा। खनन माफिया खराब वाहनों या अन्य कार्यो में लगे वाहनों के नंबर से गौला में उपखनिज निकासी कर रहे थे।
रविवार को गौला रेंज के वन क्षेत्राधिकारी गणेश चंद्र त्रिपाठी के निर्देश पर इमलीघाट गेट पर वाहनों की जांच की गई। जांच में जो मामला सामने आया उससे विभाग के अधिकारी हैरत में पड़ गए। बताया जाता है खनन माफिया द्वारा गौला में पंजीकृत वाहनों के नंबर पर दूसरे वाहनों से उपखनिज का परिवहन किया जा रहा है। चेकिंग में वन विभाग व निगम कर्मियों ने फर्जी रजिस्ट्रेशन नंबर से उपखनिज की निकासी कर रहे आठ वाहनों को पकडऩे में सफलता हासिल की।
इस कार्रवाई से वाहन चालकों में हड़कंप मच उठा। वन विभाग की टीम को देख कई फर्जी रजिस्ट्रेशन नंबर वाले कई वाहन चालक अपने वाहनों को लेकर मौके से फरार हो गए। टीम में वन दारोगा कैलाश कपिल, वीरेंद्र सिंह परिहार, शक्ति पांडे, हरदीप नयाल, लाल सिंह, ललित बिष्ट, चंदन खाती शामिल थे।
क्या है मामला
गौला नदी के 11 खनन निकासी गेटों में करीब साढ़े सात हजार वाहनों का पंजीकरण है। गौला नदी में पंजीकृत वाहनों के अलावा कोई दूसरा वाहन उपखनिज निकासी नही कर सकता। इधर कई वाहनों के खराब होने या अवैध खनन में बंद होने पर खनन माफिया द्वारा बड़ा खेल किया जाता है। खनन परिवहन के लिए पंजीकृत नंबर का उपयोग करते हुए वह दूसरे वाहनों से उपखनिज की निकासी करते हैं। सूत्रों के अनुसार कई वाहन चालकों के पास रंग और ब्रश भी रहता है। जिससे वह मौके पर ही वाहन का नंबर चेंज कर देते हैं।
आखिर कैसे गौला में प्रवेश करते हैं फर्जी वाहन
गौला के निकासी गेटों पर लंबे समय से भारी धांधली की सूचनाएं प्राप्त हो रही हैं। हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट, चिप, सीसीटीवी लगे होने के बावजूद फर्जी रजिस्ट्रेशन के वाहनों का गौला नदी में प्रवेश करना निकासी गेटों में तैनात कर्मचारियों की भूमिका पर प्रश्नचिह्न लगा रहा है। सूत्रों के अनुसार इस प्रकार की धांधली अन्य गेटों में भी होती है।
फर्जी रजिस्ट्रेशन पर की जा रही निकासी
गणेश चंद्र त्रिपाठी, वन क्षेत्राधिकारी वाहनों द्वारा फर्जी रजिस्ट्रेशन पर निकासी की जा रही थी। पकड़े गए वाहनों को सीज कर उच्चाधिकारियों को अवगत करा दिया गया है। निकासी गेट से इन वाहनों ने नदी में कैसे प्रवेश किया इसकी भी जांच की जा रही है।