जल संस्थान के आउटसोर्स कर्मचारियों की हड़ताल कैबिनेट मंत्री भगत के साथ वार्ता के बाद समाप्त
जल संस्थान के आउटसोर्स कर्मचारी रविवार को दिनभर धरने पर डटे रहे। विभागीय अधिकारियों की पहल पर देर शाम कैबिनेट मंत्री बंशीधर भगत से हुई वार्ता के बाद संगठन ने आंदोलन स्थगित कर दिया है। हालांकि चौथे दिन भी पेयजल आपूर्ति बाधित रही।
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : जल संस्थान के आउटसोर्स कर्मचारी रविवार को दिनभर धरने पर डटे रहे। विभागीय अधिकारियों की पहल पर देर शाम कैबिनेट मंत्री बंशीधर भगत से हुई वार्ता के बाद संगठन ने आंदोलन स्थगित कर दिया है। हालांकि चौथे दिन भी पेयजल आपूर्ति बाधित रही। कर्मचारियों के काम पर लौटने से सोमवार से स्थिति सामान्य होने की उम्मीद है।
संविदा श्रमिक संघ के बैनर तले कर्मचारी 14 अक्टूबर से बेमियादी हड़ताल पर थे। रविवार को कर्मचारी अधिशासी अभियंता कार्यालय के बाहर धरने पर डटे रहे। कई जगह जनप्रतिनिधियों ने टैंकरों से पानी का वितरण करवाया। जल संस्थान के अधिकारियों ने आइटीआइ प्रशिक्षितों की मदद से नलकूप संचालित कराए। देर शाम कर्मचारियों का प्रतिनिधिमंडल कैबिनेट मंत्री भगत से वार्ता के लिए पहुंचा। मंत्री भगत ने आउटसोर्स कर्मियों की वेतन वृद्धि समेत अन्य मांगों से मुख्यमंत्री के संज्ञान में लाकर आगामी कैबिनेट बैठक में प्रस्ताव लाने का भरोसा दिलाया। विभागीय अधिकारियों को हड़ताली कर्मचारियों पर किसी तरह की उत्पीडऩात्मक कार्रवाई न करने के निर्देश दिए। वार्ता में मेयर डा. जोगेंद्र रौतेला, ईई संजय श्रीवास्तव, सहायक अभियंता नीरज तिवारी, गणेश नाथ, गोविंद आर्य आदि मौजूद रहे।
बिजली कटौती जारी, विरोध में उतरे व्यापारी
हल्द्वानी शहर और ग्रामीण क्षेत्र में बिजली कटौती का सिलसिला रविवार को भी जारी रहा। हल्द्वानी, मुखानी, गौलापार समेत कई इलाकों में सात घंटे बिजली नहीं रही। दिनभर बादल छाए रहने से लोगों के घरों में अंधेरा रहा। कुछ लोगों के इनर्वटर भी जवाब दे गए। इधर, व्यापारियों ने बिजली कटौती का विरोध करना शुरू कर दिया है। प्रांतीय नगर उद्योग व्यापार मंडल ने ऊर्जा निगम को चेतावनी दी है कि बिजली की कटौती बंद नहीं की तो आंदोलन किया जाएगा।