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यूएसनगर में दस करोड़ की जीएसटी चोरी पकड़ी, सैन‍िटाइजर व मास्‍क के नाम पर हुआ खेल

राज्य कर विभाग ने सैनिटाइजर व मास्‍क बनाने वाली कंपनि‍यों के यहां करोड़ों की टैक्‍स चोरी पकडी है।

By Skand ShuklaEdited By: Published: Sat, 19 Sep 2020 04:16 PM (IST)Updated: Sat, 19 Sep 2020 04:16 PM (IST)
यूएसनगर में दस करोड़ की जीएसटी चोरी पकड़ी, सैन‍िटाइजर व मास्‍क के नाम पर हुआ खेल
यूएसनगर में दस करोड़ की जीएसटी चोरी पकड़ी, सैन‍िटाइजर व मास्‍क के नाम पर हुआ खेल

रुद्रपुर, जेएनएन: कोरोना काल में सेनेटाइजर, मास्क, ग्लव्‍ज व खाना आपूर्ति करने वाली कंपनियां जमकर कमाई कर रही हैं। इसमें अधिकांश कंपनियां सरकार को दिया जाने वाला टैक्‍‍‍स जमा नहीं कर रही। जिससे हर माह सरकार को करोड़ों का नुकसान उठाना पड़ रहा है। बीते छह माह के दौरान जिले की 10 कंपनियों ने करीब 10 करोड़ की देनदारी नहीं चुकाई। जिसके बाद राज्य कर विभाग ने छापेमारी करके बड़े स्तर पर कर चोरी का पर्दाफाश किया है। 

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राज्य कर विभाग की ओर से शनिवार को करीब 50 अधिकारियों व कर्मचारियों की टीम बनाकर छापेमारी की गई। सुबह 10 बजे यह टीमें विभिन्न कंपनियों में पहुंची। राज्य कर विभाग की टीमों ने कंपनी की ओर से बनाए गए सामान, बिक्री व राज्य कर की जानकारी का म‍िलान किया। इस दौरान करीब 53 करोड़ के टर्नओवर पर करीब 10 करोड़ की देनदारी सामने आई। जिसमें कंपनी की ओर से सेनेटाइजर, मास्क, ग्लव्‍ज आदि बनाकर बाजार में बेचे, लेकिन कंपनियों ने करीब छह माह से कोई रिटर्न फाइल नहीं किया। छापेमारी के बाद राज्य कर विभाग सभागार में प्रेस वार्ता करके मामले की जानकारी दी गई। जिसमें अपर आयुक्त बीएस नगन्याल, संयुक्त कमिश्नर वाइके मित्तल ने पूरे प्रकरण की जानकारी दी। निरीक्षण में स्पेशल टास्क फोर्स के डिप्टी कमिश्नर रजनीश यशवस्थी, डिप्टी कमिश्नर डॉ. निशिकांत सिंह, शिवेंद्र प्रताप सिंह, अरविंद प्रताप सिंह, डॉ. अनिल सिन्हा, राहुल कांत आर्या, प्रियंका आर्य, सुचि तिवारी, नंदन गिरी, विनय प्रकाश ओझा, ज्ञानचंद, जीशान मलिक आदि शामिल रहे। 

चिकित्सा टीम का धरा रूप

राज्य कर विभाग की टीम ने गोपनीयता बनाए रखने के लिए कोविड जांच के लिए चिकित्सा टीम का रूप धारण करके जांच की। सिडकुल स्थित एक कंपनी में डिप्टी कमिश्नर रजनीश यशवस्थी ने चिकित्सक का भेष बनाया। जबकि अन्य अधिकारियों ने पीपीई किट आदि पहनकर स्वास्थ्य कर्मचारियों की भूमिका अदा की। 

तीन जगहों पर हुई कार्रवाई

राज्य कर विभाग की टीम ने जिले में तीन जगहों पर मुख्य रूप से जांच की। जिसमें सिडकुल रुद्रपुर, काशीपुर व किच्छा की कुल 10 कंपनियों में जांच की। जिसमें मुख्य रूप से फार्मा व ब्यूटी प्रोडक्ट बनाने वाली कंपनियां शामिल थी। 

16 लाख कराए जमा

राज्य कर विभाग ने विभिन्न कंपनियों से फौरन कुछ रुपये जमा करवा लिए। जबकि बाकी बची हुई राशि कंपनियां बाद में जमा करेंगे। एसटीएफ डिप्टी कमिश्नर रजनीश यशवस्थी ने बताया कि कंपनियों से मौके पर ही करीब 16 लाख रुपये जमा करवा लिए गए। 


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