SSJ medical college Almora : साक्षात्कार के 20 दिन बाद भी नहीं हो सकी फैकल्टियों की नियुक्ति
SSJ medical college Almora एसएसजे मेडिकल कालेज में एमबीबीएस की सीटों पर एडमिशन के लिए दूसरे सत्र यानी द्वितीय वर्ष की तैयारी चल रही हैं। कभी भी यहां एनएमसी की टीम निरीक्षण को पहुंच सकती है। लेकिन कालेज में फैकल्टी की कमी बड़ी समस्या है।
जागरण संवाददाता, अल्मोड़ा: सोबन सिंह जीना राजकीय आयुर्विज्ञान एवं शोध संस्थान मेडिकल कालेज (SSJ medical college Almora) में नए सत्र की तैयारियां तेज हैं। लेकिन फैकल्टी बढ़ाने का कार्य धीमी गति से चल रहा है। करीब 20 दिन पहले हुए साक्षात्कार के बाद भी अब तक चयनित डाक्टरों की नियुक्ति का रास्ता साफ नहीं हो सका है। फैकल्टियों की तैनाती को शासन की अंतिम मोहर लगने का इंतजार किया जा रहा है।
एमबीबीएस की 100 सीटों को मिली है मान्यता
एसएसजे मेडिकल कालेज में एमबीबीएस की 100 सीटों को इस वर्ष मान्यता मिल चुकी है। प्रथम वर्ष में 99 छात्र-छात्राएं प्रवेश लेने के बाद डाक्टरी की शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। अब दूसरे सत्र यानी द्वितीय वर्ष की तैयारी चल रही हैं। द्वितीय वर्ष के कालेज प्रथम नवीनीकरण की मान्यता को आवेदन भी कर चुका है। अब कभी भी यहां एनएमसी की टीम निरीक्षण को पहुंच सकती है। लेकिन कालेज में फैकल्टी की कमी बड़ी समस्या है।
वर्तमान में मेडिकल कालेज में 47 फैकल्टी
सोबन सिंह जीना राजकीय आयुर्विज्ञान एवं शोध संस्थान मेडिकल कालेज में 47 फैकल्टी नियुक्त हैं, जबकि कालेज को प्रथम नवीनीकरण की मान्यता के लिए 85 फैकल्टी की जरूरत है। इधर कालेज प्रशासन की ओर से फैकल्टी बढ़ाने की जोर आजमाइश चल रही है।
25 जुलाई को हुए थे साक्षात्कार
बीते माह 25 जुलाई को एसएसजे मेडिकल कालेज में साक्षात्कार हुए। एक एसोसिएट प्रोफेसर, तीन असिस्टेंट प्रोफेसर समेत कुल चार फैकल्टियां चयनित हुईं। लेकिन अब 20 दिनों का समय बीत जाने के बाद भी फैकल्टियों को नियुक्ति नहीं मिल सकी है। किस स्तर पर मामला लटका है, अब तक नियुक्तियों को पूरा क्याें नहीं किया गया, इस बारे में कुछ भी स्पष्ट नहीं हो सका है।
शासन स्तर से हरी झंडी का इंतजार
प्राचार्य मेडिकल कालेज अल्मोड़ा प्रो. सीपी भैसोड़ा ने बताया कि साक्षात्कार के आधार पर फैकल्टियों का चयन कर रिपोर्ट भेजी जा चुकी है। अब शासन स्तर से हरी झंडी मिलने के बाद फैकल्टियाें को नियुक्ति मिल सकेगी। प्रयास यही है कि जल्द से जल्द फैकल्टियों की नियुक्ति की जा सके।