एसएसजे कैम्पस के निदेशक के साथ पूरे स्टाफ ने वीसी को भेजा सामूहिक इस्तीफा
कुमाऊं विवि अल्मोड़ा के एसएसजे परिसर में हुए पेट्रोल कांड के बाद छात्रसंघ अध्यक्ष दीपक उप्रेती को जेल भेजने के बाद भड़के छात्र आंदोलन को शान्त करने के लिए निदेश को अवकाश पर भेजा।
नैनीताल, जेएनएन : एसएसजे परिसर में हुए पेट्रोल कांड के बाद छात्रसंघ अध्यक्ष दीपक उप्रेती को जेल भेजने के बाद भड़के छात्र आंदोलन को शान्त करने के लिए कुलपति प्रो. केएस राणा ने एसएसजे परिसर के निदेशक प्रो. आरएस पथनी को अवकाश पर भेज दिया। इसके साथ ही उपनिदेशक की नियुक्ति की है। जिसके बाद निदेशक प्रो. पथनी ने वीसी को पत्र भेजकर कार्यमुक्त करने के आग्रह किया है। वहीं इस कार्रवाई से आक्रोशित अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो. प्रवीण बिष्ट के साथ ही प्रॉक्टर बोर्ड व डीएसडब्ल्यू के 20-20 सदस्यों ने भी त्यागपत्र दे दिया है। इन सभी ने अपने-अपने इस्तीफे कुलपति को भेज दिए हैं। वहीं मामले के मुख्य आरोपित छात्रसंघ अध्यक्ष दीपक उप्रेती को बेल मिल गई है।
छात्रसंघ अध्यक्ष को मिली जमानत
एसएसजे परिसर में खुद के बाद निदेशक व महिला प्रोफेसर पर पेट्रोल डालने के आरोपित छात्र संघ अध्यक्ष दीपक उप्रेती को जमानत मिल गई है। उसे बीती 16 नवंबर को कैंपस से गिरफ्तार कर सीजेएम की अदालत में पेश किया गया था, जहां दीपक की जमानत अर्जी खारिज कर उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। इधर बुधवार को जिला एवं सत्र न्यायाधीश प्रदीप पंत की अदालत में छात्र संघ अध्यक्ष की जमानत अर्जी पर बहस हुई। तथ्यों के परीक्षण व सुनवाई के बाद जिला जज ने 15-15 हजार के दो निजी मुचलकों पर छात्र संघ अध्यक्ष को जमानत दे दी।
पूरे मामले के बारे में जानिए
बीते शुक्रवार को विभन्न मांगों को लेकर एसएसजे कैम्पस के छात्रसंघ अध्यक्ष दीपक उप्रेती ने समर्थकों के साथ निदेशक प्रोफेसर पथनी से मुलाकत कर तत्काल सामधान की मांग की थी। निदेशक ने तकरीब सभी मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया था। उन्होंने कहा था कि मांगों को धरातल पर उतारने में कुछ वक्त लग सकता है लेकिन मांगें सभी पूरी होंगी। आश्वासन से संतुष्ट ने होकर छात्रसंघ अध्यक्ष समर्थकों के साथ कैम्पस बंद कराकर धरने पर बैठ गया। जिसके बाद निदेशक जब इतिहास डिपार्टमेंट के एचओडी के साथ समझाने पहुंचे तो दीपक और उग्र हो गया और अपने समर्थकों को भी भड़काने लगा। इसी दौरान अचानक से उसने पहले अपने ऊपर पेट्रोल छिड़क लिया उसके बाद निदेशक और इतिहास विभाग के एचओडी पर भी पेट्रोल उड़ेल दिया। मामले में निदेशक ने तहरीर दी। जिसके बाद आरोपित छात्रसंघ अध्यक्ष के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसे जेल भेज दिया गया। इसके बाद से लगातार कुमाऊं भर के कॉलेजों में कैम्पस बंद कराकर विरोध एबीवीपी के कार्यकर्ता धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं।
जांच कमेटी की बैठक कल
एसएसजे परिसर में पेट्रोल प्रकरण की जांच को कुलपति की ओर से गठित जांच कमेटी बुधवार (कल) को कैंपस निदेशक कार्यालय में बैठेगी। समिति संयोजक व कुमाऊं विवि कार्यपरिषद सदस्य अधिवक्ता केवल सती ने सभी पक्षों से इस महत्वपूर्ण बैठक में पहुंचने का आह्वान किया है। एसएसजे परिसर के निदेशक कार्यालय में बुधवार प्रात: 11 बजे से शुरु होने वाली बैठक में सभी पक्षों को सुना जाएगा। सती ने एसएसजे परिसर अल्मोड़ा के सभी शिक्षकों, शिक्षणेत्तर कर्मचारियों, छात्र संघ के पदाधिकारियों और जनप्रतिनिधियों तथा मामले से संबंधित जानकारी रखने वालों को बैठक में पहुंचने का आह्वान किया है। बताया है कि बैठक में प्रोफेसर बीएस बिष्ट, एसपीएस मेहता, प्रोफेसर डीके भट्ट, छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष अशोक कनवाल मौजूद रहेंगे।
कुलपति ने गठित की है जांच समिति
कुलपति ने पूरे प्रकरण की जांच के लिए कार्यपरिषद सदस्य केवल सती के संयोजन में कमेटी बनाई थी। जिसमें पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष अशोक कनवाल के अलावा पूर्व कला संकायाध्यक्ष प्रो. भगवान सिंह बिष्ट, विधि विभाग के प्रो डीके भट्ट, डीन साइंस प्रो एसपीएस मेहता शामिल हैं। कुलपति ने बताया कि जांच कमेटी की बैठक 20 नवंबर बुधवार को अपराह्न दो बजे अल्मोड़ा परिसर में होगी। जिसमें छात्र व शिक्षक प्रतिनिधि शामिल होंगे। कुलपति ने बताया कि परिसर में परीक्षा संचालन, छात्रों की समस्या सुलझाने व संवादहीनता समाप्त करने के मकसद से हिंदी विभागाध्यक्ष प्रो. जगत सिंह बिष्ट को कैम्पस का उपनिदेशक तथा प्रो. एनडी कांडपाल को कैम्पस विकास प्रकोष्ठ प्रभारी नियुक्त किया गया है। दोनों को परिसर में सौहार्दपूर्ण माहौल बनाने को अधिकृत किया गया है। उन्होंने मामले की जांच पूरी होने तक परिसर निदेशक प्रो आरएस पथनी को अवकाश पर भेजा गया है।
मंगलवार को भी छात्रनेताओं का समर्थकों संग विरोध जारी
एसएसजे परिसर में छात्रों का धरना जारी है। गुस्साए छात्रों ने मंगलवार को भी परिसर प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी की और कुलपति के पुतले की अर्थी भी निकाली। पेट्रोल प्रकरण को लेकर जहां छात्रों का गुस्सा अभी थमा नहीं है। वहीं इस मामले को शांत करने के लिए कुलपति ने परिसर निदेशक आरएस पथनी को अवकाश पर भेज दिया है। कुलपति ने एसएसजे निदेशक के पद पर डा. जगत सिंह बिष्ट की तैनाती कर दी है। जबकि प्रो. एनडी कांडपाल को कैंपस विकास प्रकोष्ठ का प्रभारी बनाया गया है। कुलपति केएस राणा ने अपने पत्र में कहा है कि बुधवार को पांच सदस्यीय टीम परिसर में बैठक कर इस मामले में मंथन करेगी।
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