ऑड-ईवन के नियम को कोई भूला तो किसी ने बनाया बहाना
दिल्ली के फार्मूले यानी ऑड-ईवन का बुधवार को हल्द्वानी में पहला दिन था। ट्रैफिक पलिस से लेकर सीपीयू ने जगह-जगह चेकिंग कर विषम नंबरों वाली गाड़ियों को रोकना शुरू कर दिया।
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी: दिल्ली के फार्मूले यानी ऑड-ईवन का बुधवार को हल्द्वानी में पहला दिन था। ट्रैफिक पुलिस से लेकर सीपीयू ने जगह-जगह चेकिंग कर विषम नंबरों वाली गाड़ियों को रोकना शुरू कर दिया। इस दौरान कोई बहाने बनाता दिखा तो किसी ने कहा कि भूलने की वजह से गलती हो गई। करीब 80 से ज्यादा चौपहिया गाड़ियों का चालान किया गया। हालांकि मेडिकल इमरजेंसी में पूछताछ के बाद जाने दिया गया।
मंगलवार को प्रशासन व पुलिस ने बैठक कर तय किया था कि बुधवार से ऑड-ईवन के तहत चौपहिया गाड़ियों का संचालन किया जाएगा। यह नियम केवल नगर निगम क्षेत्र में लागू था। पहले दिन सम नंबरों की गाड़ियां चलाने की छूट मिली थी। अफसरों के निर्देश पर सुबह से विषम नंबर की गाड़ियों को रोकना शुरू कर दिया। इस दौरान कई लोगों ने पुलिस को कह दिया कि उन्हें नियम के बारे में जानकारी नहीं है। इसलिए गलती हो गई। सभी का चालान काटा गया। टीआइ महेश चंद्रा ने बताया कि विषम नंबर वाली 36 गाड़ियों का चालान किया गया। वहीं, सीपीयू प्रभारी हरकेश सिंह ने बताया कि 25 कारों का चालान काटा गया। थाना व चौकी पुलिस ने भी कार्रवाई की।
इधर प्रशासन के ऑटो संचालन को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं करने पर बुधवार को संचालक असमंजस में रहे। कुछ ऑटो व ई-रिक्शा चालक सड़क पर सवारियां ढोते दिखे। सार्वजनिक वाहनों के संचालन को लेकर परिवहन विभाग बुधवार को भी गाइडलाइन जारी नहीं कर पाया है।
शासन के आदेश के बाद प्रशासन ने निजी चार पहिया वाहनों के साथ ऑटो, टैक्सी के संचालन की अनुमति दे दी है। ऑटो-टैक्सी संचालन के लिए परिवहन विभाग को मानक संचालन विधि (एसओपी) जारी करनी है। एसओपी जारी होने के बाद ही गाइडलाइन के हिसाब से ऑटो-टैक्सी संचालन प्रशासन कराएगा। वहीं, अब तक एसओपी जारी न होने से दो माह से बेरोजगार बैठे ऑटो व टैक्सी चालक असमंजस में हैं। कुछ संचालकों ने सड़कों पर अपने ऑटो व ई-रिक्शा दौड़ाने शुरू कर दिए हैं। प्रशासन ने ऑटो में 50 फीसद ही सवारियां ढोने व शारीरिक दूरी का पालन करने के लिए निर्देशित किया है। एसओपी जारी होने के बिना ही ऑटो संचालन कर रहे चालक शारीरिक दूरी का पालन भी नहीं कर रहे हैं। वहीं, आरटीओ राजीव मेहरा ने बताया कि परिवहन विभाग के मुख्यालय स्तर पर सार्वजनिक वाहनों के संचालन के लिए एसओपी जारी की जाएगी। उसके हिसाब से ही ऑटो-टैक्सी आदि सार्वजनिक वाहनों का संचालन होगा।