छात्रवृत्ति घोटाले में समाज कल्याण विभाग की संलिप्तता मिली, धाराएं बढ़ाई गईं nainital news
दशमोत्तर छात्रवृत्ति घोटाले में जसपुर और बाजपुर में दर्ज पांच मुकदमों की विवेचना के दौरान पुलिस को जिला समाज कल्याण विभाग की संलिप्तता मिली है।
रुद्रपुर, जेएनएन : दशमोत्तर छात्रवृत्ति घोटाले में जसपुर और बाजपुर में दर्ज पांच मुकदमों की विवेचना के दौरान पुलिस को जिला समाज कल्याण विभाग की संलिप्तता मिली है। इसे देखते हुए दर्ज मुकदमों में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं में बढ़ोत्तरी कर जांच सीओ काशीपुर और बाजपुर को सौंप दी गई है।
एससी, एसटी और ओबीसी के छात्रों को दी जाने वाली दशमोत्तर छात्रवृत्ति में अनियमितता मिलने पर जांच एसआइटी को सौंप दी गई थी। यूएसनगर में भी घोटाले की पुष्टि होने के बाद एसआइटी ने जांच शुरू कर दी थी। अब तक हुई जांच में एसआइटी जसपुर, काशीपुर, कुंडा, आइटीआइ, बाजपुर, सितारगंज और खटीमा में 37 मुकदमे दर्ज करा चुकी है। साथ ही मुकदमों में नामजद 24 बिचौलियों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। घोटाले में मुकदमा दर्ज होने के बाद विवेचना पुलिस कर रही है।
एसएसपी बरिंदरजीत सिंह ने बताया कि दशमोत्तर छात्रवृत्ति घोटाले में दर्ज केसों की विवेचना के दौरान जसपुर के तीन और बाजपुर के दो मुकदमों में जिला समाज कल्याण विभाग की संलिप्तता मिली है। इसके बाद पांचों मुकदमों में पुलिस ने भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं में बढ़ोत्तरी कर दी है। साथ ही अब पांचों केसों की जांच सीओ काशीपुर और सीओ बाजपुर को सौंप दी गई है।
यूएसनगर के 215 शैक्षिक संस्थानों की होगी जांच
दशमोत्तर छात्रवृत्ति घोटाले में पहले एसआइटी बाहरी राज्यों के शैक्षिक संस्थानों की जांच कर रही है। जांच अंतिम चरणों में है। ऐसे में एसआइटी दूसरे चरण की जांच यूएसनगर के शैक्षिक संस्थानों में अध्ययरनत लाभार्थियों की करेगी। इसके लिए एसआइटी ने जिले के सरकारी और प्राइवेट 215 शैक्षिक संस्थान चिह्नित कर लिए हैं। इसमें 135 कॉलेज प्राइवेट और 80 सरकारी हैं। एसएसपी बङ्क्षरदरजीत ङ्क्षसह ने बताया कि जिले के प्राइवेट कॉलेजों की जांच पहले की जाएगी, इसके बाद सरकारी कॉलेजों की जांच होगी।
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