परीक्षार्थियों के लिए मोबाइल बना टेंशन, एमबीपीजी कॉलेज के बाहर से छह फोन चोरी
एमबीपीजी कॉलेज में प्रतिदिन तीन हजार से अधिक परीक्षार्थी परीक्षा देने पहुंच रहे हैं। इन परीक्षार्थियों को परीक्षा में प्रश्न पत्र हल करने से ज्यादा अपने मोबाइल की टेंशन हो रही है।
हल्द्वानी, जेएनएन : एमबीपीजी कॉलेज में प्रतिदिन तीन हजार से अधिक परीक्षार्थी परीक्षा देने पहुंच रहे हैं। इन परीक्षार्थियों को परीक्षा में प्रश्न पत्र हल करने से ज्यादा अपने मोबाइल की टेंशन हो रही है। ऐसा इसलिए क्योंकि पिछले एक सप्ताह में करीब छह परीक्षार्थियों के मोबाइल चोरी हो गए हैं। एमबीपीजी कॉलेज में पार्किंग की कोई व्यवस्था नहीं है।
पार्किंग न होने की वजह से छात्र-छात्राएं सड़क किनारे अपने वाहन खड़े कर देते हैं। इन वाहनों में ही मोबाइल व अन्य सामान भी रख देते हैं। इसके बाद उन्हें सामान चोरी होने का डर लगा रहता है। पिछले एक सप्ताह में छह छात्र-छात्राओं की स्कूटी से छह मोबाइल व पर्स पर्स चोरी हो चुके हैं। विद्यार्थियों ने इसकी शिकायत प्राचार्य डॉ. रेखा पांडे व पुलिस से भी की है, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला है। छात्र नेताओं ने मोबाइल रखवाने की उठाई मांग एमबीपीजी कॉलेज के छात्रसंघ महासचिव गौरव सनवाल समेत तमाम छात्र नेताओं ने प्राचार्य से मुलाकात की। उन्होंने मोबाइल को अंदर जमा करवाने की मांग की। परीक्षा कक्ष के बाहर मोबाइल रखवाने की इजाजत देने का अनुरोध किया। गौरव ने बताया कि ऐसा करने से मोबाइल चोरी नहंी होगा। परीक्षार्थियों को अनावश्यक टेंशन भी नहीं बनी रहेगी।
छात्र नेताओं ने कहा कि चोरी हुए मोबाइलों की कीमत 10 से 20 हजार रुपये थी। मोबाइल रखना संभव नहीं, लगाए जाएंगे सीसीटीवी: प्राचार्य प्राचार्य डॉ. रेखा पांडे ने कहा कि परीक्षा के समय मोबाइल लाने की जरूरत ही क्या है। तीन हजार से अधिक छात्र-छात्राएं एक बार परीक्षा में बैठते हैं। ऐसे में मोबाइलों को जमा करना और फिर सुरक्षित लौटाना संभव नहीं है। इस तरह की चोरी को रोकने के लिए कॉलेज गेटों पर चार-चार सीसीटीवी लगाए जाएंगे। पार्किंग के लिए निगम को लिखेंगे पत्र प्राचार्य डॉ. पांडे ने कहा कि हमारे पास पार्किंग की समस्या है। इस बार छात्र-छात्राओं से पार्किंग शुल्क भी नहीं लिया गया। कॉलेज के अंदर पार्किंग के लिए जगह नहीं है। ऐसे में नगर निगम से आसपास पार्क या फिर किसी अन्य जगह पर पार्किंग सुविधा उपलब्ध कराए जाने के लिए पत्र लिखा जाएगा।
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