चैत्र नवरात्र में तीस साल बाद बना शुभ योग
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : इस बार नवरात्र ृमें 30 साल बाद ऐसा योग बना है, जिसमें मंगल एवं शनि ध
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : इस बार नवरात्र ृमें 30 साल बाद ऐसा योग बना है, जिसमें मंगल एवं शनि धनु राशि में युति बनाए हुए हैं। मंगल एवं शनि, धनु राशि के स्वामी गुरु के मित्र हैं। मंगल भूमि का कारक ग्रह हैं जबकि शनि किसी भी संपत्ति को स्थायी रखकर लाभ प्रदान करने वाला होता है। इसलिए इस नवरात्रि में घर और संपत्ति खरीदना फायदेमंद रहेगा।
ज्योतिषाचार्य डॉ. नवीन चंद्र जोशी के अनुसार मंगल और शनि ग्रहों के गुरु के स्वामित्व में होने से यह अपनी परस्पर शत्रुता को भी नजरंदाज करते हैं। इसमें खरीदी गई संपत्ति में वृद्धि होती है। यह योग सभी राशियों के लिए फायदा देने वाला है। नवरात्र में कोई भी वस्तु, मकान, दुकान, प्लाट और फ्लैट की खरीदारी सुख देने वाली होती है। पर्व के तो सभी दिन शुभ हैं, पर 20 और 21 मार्च को सर्वार्थ सिद्धि योग है। 20 मार्च को अमृत सिद्धि योग भी रहेगा। इसके अलावा दिन भी मंगलवार है। मंगल भूमि का कारक ग्रह होने से यह दिन सर्वथा अनुकूल है।
इस बार नवरात्र की शुरुआत मीन लग्न और उत्तर भाद्रपद नक्षत्र के साथ हुई है। जिसके स्वामी शनि व लग्न का स्वामी गुरु है। पर्व का समापन भी मीन लग्न से ही होगा। नक्षत्र रेवती रहेगा। जिसके स्वामी रहेंगे बुध और राशि स्वामी पुन: गुरु होंगे। इसलिए इस दौरान की गई खरीदी स्थायित्व व पूर्णकालिक लाभ प्रदान करने वाली होगी।
::::::::::
ये रहेगा खरीदी का श्रेष्ठ मुहूर्त
वृषभ, सिंह, वृश्चिक, कुंभ स्थिर लग्न होते हैं, इनमें खरीदा गया सामान स्थिर रहता है। नवरात्रि में यह समय हर दिन सुबह 9 से 11 बजे, वृषभ स्थिर लग्न दोपहर 3.30 बजे से शाम 5.15 तक रहेंगे। इस समय को ध्यान में रखकर खरीदारी की जा सकती है।
:::::::::
यह है खरीदारी शुभ रहने की वजह
सृष्टि को अग्नि, वायु, जल, आकाश, भूमि आदि पंचतत्वों से बना माना जाता है। ज्योतिषी डॉ. नवीन जोशी के मुताबिक सनातन परंपरा में सूर्य, शिव, गणेश, विष्णु, दुर्गा पंचदेव पूजन किया जाता है। ये पांचों देव पांच तत्वों के स्वामी हैं। नवरात्रि में देवी की आराधना होती है। अगर नवरात्रि में देवी के आधिपत्व वाले तत्व यानी भूमि में निवेश करेंगे तो ये निश्चित में लाभकारी होगा।