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पहली बार दो भारतीय महिलाओं ने एक साथ फतह की अन्नपूर्णा चोटी, दुनिया की 14 सर्वाधिक ऊंची चोटियों पर तिरंगा फहराने का है सपना

यह पहला मौका था जब दो भारतीय महिला पर्वतारोहियों ने एक साथ अन्नपूर्णा चोटी पर एक ही समय झंडा फहराया। इस बार अन्नपूर्णा चोटी पर चढऩे वाले भारतीय पर्वतारोहियों में डा. सुमीत मंडाले भूषण हर्षे जितेंद्र गवारे प्रियंका मोहिते भगवान चावले केवल कक्का शीतल और योगेश गब्र्याल शामिल रहे।

By Skand ShuklaEdited By: Published: Mon, 19 Apr 2021 07:35 AM (IST)Updated: Tue, 20 Apr 2021 01:43 PM (IST)
पहली बार दो भारतीय महिलाओं ने एक साथ फतह की अन्नपूर्णा चोटी, दुनिया की 14 सर्वाधिक ऊंची चोटियों पर तिरंगा फहराने का है सपना
पहली बार दो भारतीय महिलाओं ने एक साथ फतह की अन्नपूर्णा चोटी

पिथौरागढ़, जागरण संवाददाता : एवरेस्ट और कंचनजंगा जैसी चोटियों पर तिरंगा फरहाने वाले पिथौरागढ़ जिले के दो पर्वतारोहियों ने नेपाल के पर्वतारोही के साथ 8091 मीटर ऊंची अन्नपूर्णा चोटी फतह की है। क्लांबिंग बियोंड द समिट्स की दो सदस्यीय टीम योगेश गब्र्याल और शीतल ने नेपाल के एक पर्वतारोही शेरपा तापलेजुग के साथ दो दिन पूर्व नेपाल की प्रमुख चोटी अन्नपूर्णा आरोहण की है। इस अभियान का नेतृत्व एवरेस्टर योगेश गब्र्याल कर रहे थे। योगेश, शीतल और शेरपा तापलेजुग की तिकड़ी 16 अप्रैल को दो बजे अन्नपूर्णा चोटी पर चढ़े। चोटी पर तिरंगा फहराने के बाद शनिवार को नेपाल स्थित बेस कैंप पहुंचे। जहां से उन्होंने रविवार को अन्नपूर्णा चोटी आरोहण की सूचना फोन से दी है। उन्होंने बताया कि यह पहला मौका है जब दो भारतीय महिलाओं ने पहली बार एक साथ अन्नपूर्णा चोटी फतह की है। जी हां इनके अलावा एक और दल चोटी फतह करने पहुंचा था। जहां शीतल और उस दल की प्रियंका मोहिते ने एक साथ चोटी फतह की। 

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योगेश गब्र्याल और शीतल की जोड़ी इससे पूर्व कंचनजंगा और एवरेस्ट चोटी चढ़ चुके हैं। शीतल सबसे कम उम्र में कंचनजंगा चोटी आरोहण करने वाली महिला पर्वतरोही हैं। सीबीटीएस संस्था के संस्थापक और उत्त्तराखंड के प्रमुख पर्वतारोही योगेश गब्र्याल ने बताया कि इस बार शीतल के अलावा छह भारतीय पर्वतारोहियों ने अन्नपूर्णा पर तिरंगा फरहाया। उन्होंने बताया कि गिरिप्रेमी संस्था पुणे के छह सदस्यों जिसमें एक महिला पर्वतारोही प्रियंका भी शामिल थी। वह भी अन्नपूर्णा चोटी आरोहण में सफल रहीं। यह पहला मौका था जब दो भारतीय महिला पर्वतारोहियों ने एक साथ अन्नपूर्णा चोटी पर एक ही समय झंडा फहराया। इस बार अन्नपूर्णा चोटी पर चढऩे वाले भारतीय पर्वतारोहियों में डा. सुमीत मंडाले, भूषण हर्षे, जितेंद्र गवारे, प्रियंका मोहिते, भगवान चावले, केवल कक्का, शीतल और योगेश गब्र्याल शामिल रहे।

14 चोटियों पर तिरंगा फहराने का सपना

पर्वतारोही शीतल ने कहा कि उसका सपना दुनिया की आठ हजार मीटर से अधिक ऊंचाई वाली 14 चोटियों को फतह कर वहां तिरंगा फहराना है। योगेश गब्र्याल ने बताया कि यह अभियान वर्ष 2020 में प्रस्तावित था। तब कोविड के चलते अभियान स्थगित करना पड़ा। अभियान द हंस फाउंडेशन, क्लाइंबिंग बियोंड समिट और द हिमालया गोट ने प्रायोजित किया। सीबीटीएस संस्था महिला पर्वतारोहियों की भागीदारी बढ़ाने के लिए प्रयास कर रही है। आने वाले सितंबर माह में 12 महिला पर्वतारोहियों का दल भागीरथी चोटी फतह करने निकलेंगी।

हिमालय की दस सबसे दुर्गम चोटियों में शामिल

इस वर्ष अन्नपूर्णा चोटी पर रिकॉर्ड 29 पर्वतारोही चढऩे में सफल रहे हैं। जिसमें 14 महिला पर्वतारोही शामिल रही। इसके अलावा 38 शेरपा भी आरोहण किए। योगेश गब्र्याल ने तिरंग के साथ रं कल्याण संंस्था और रं यूथ फोरम का झंडा फहराया। नेपाल की अन्नपूर्णा चोटी हिमालय की दस सबसे दुर्गम चोटियों में शामिल है।

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