तीन तलाक बिल पास होने पर शायरा बानो ने कहा सम्मान से जी पाएंगी मुस्लिम महिलाएं
तत्काल तीन तलाक के खिलाफ कानूनी जंग लडऩे वाली शायरा बानो ने कहा कि अब मुस्लिम महिलाएं सम्मान से सिर उठाकर जी सकेंगी।
काशीपुर (ऊधमसिंह नगर) जेएनएन : तत्काल तीन तलाक के खिलाफ कानूनी जंग लडऩे वाली शायरा बानो ने कहा कि अब मुस्लिम महिलाएं सम्मान से सिर उठाकर जी सकेंगी। अब उन्हें बेवजह तीन तलाक का दंश नहीं झेलना पड़ेगा। राज्यसभा में तत्काल तीन तलाक बिल पारित होने से तलाक देने वाले शौहरों के मुंह पर करारा तमाचा लगा है। मुस्लिम समाज की इस कुरीति पर अब कानून की निगाह रहेगी। जिससे मुस्लिम महिलाओं के साथ किए जा रहे शोषण पर लगाम लगेगी।
काशीपुर के राजकीय पॉलीटेक्निक के समीप रहने वाली शायरा बानो की शादी वर्ष 2002 में इलाहाबाद निवासी मोहम्मद रिजवान के साथ हुई थी। वर्ष 2014 में डाक के जरिये शायरा को शौहर ने तीन तलाक दे दिया था। तभी से शायरा ने इस कुप्रथा के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट तक आवाज उठाई और जंग जीती।
शायरा ने कहा कि कहा कि लोकसभा के बाद राज्य सभा में भी तत्काल तीन तलाक बिल पास होने से अब हमारी बहन-बेटियों को यह जुल्म नहीं झेलना पड़ेगा। मुझे जो कुछ सहना पड़ा उसकी वजह से ही मैंने यह लड़ाई लड़ी। शुरूआत में मेरा भी बहुत विरोध हुआ, लेकिन मैं आत्मविश्वास के साथ अपने हक के लिए अड़ी रही। अब लोग मिलते हैं तो खुशी जताते हैं, मगर कोई विरोध नहीं करता। शाहबानो के समय में ही फैसला आने की बात पर शायरा कहतीं हैं कि कहा कि यदि उसी दौरान निर्णय आया होता तो जिन बहन-बेटियों की ङ्क्षजदगी खराब हुई है वह नहीं होती। और ये लड़ाई भी आज मुझे नहीं लडऩी पड़ती। अब बहु-विवाह और हलाला के खिलाफ लड़ाई लड़ूंगी।
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