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उत्तराखंड के सात सरकारी अस्पतालों में खुलेंगे डायलिसिस सेंटर

आमजन के लिए अच्छी खबर है। अब सरकारी अस्पतालों में डायलिसिस कराना आसान होगा। पहले चरण में प्रदेश के सात चिकित्सालयों में जल्द ही डायलिसिस सेंटर काम शुरू कर देंगे।

By Skand ShuklaEdited By: Published: Sat, 09 Feb 2019 07:56 PM (IST)Updated: Sun, 10 Feb 2019 09:15 PM (IST)
उत्तराखंड के सात सरकारी अस्पतालों में खुलेंगे डायलिसिस सेंटर
उत्तराखंड के सात सरकारी अस्पतालों में खुलेंगे डायलिसिस सेंटर

मनीष साह, गरमपानी (नैनीताल) : आमजन के लिए अच्छी खबर है। अब सरकारी अस्पतालों में डायलिसिस कराना आसान होगा। पहले चरण में प्रदेश के सात चिकित्सालयों में जल्द ही डायलिसिस सेंटर काम शुरू कर देंगे। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) ने तैयारी पूरी कर ली है। इनमें से तीन केंद्र पीपीपी मोड पर संचालित किए जाएंगे।प्रधानमंत्री नेशनल डायलिसिस प्रोग्राम के तहत एनएचएम ने उत्तराखंड के सात सरकारी अस्पतालों में सेंटर स्थापित करने की कवायद तेज कर दी है। इससे आमजन को डायलिसिस के लिए न तो बड़े शहरों के चक्कर काटना पड़ेंगे, न महंगाई की मार झेलनी पड़ेगी। कुछ चिकित्सालयों में तो बाकायदा मशीनें लगाई भी जा चुकी। एनएचएम के सहायक निदेशक डॉ. फरीदुल जफर के अनुसार इस कदम से आम आदमी को बड़ा लाभ मिलेगा। प्रदेश में डायलिसिस सेंटर खोलने की दिशा में तेजी से काम कर रहे। कुछ अस्पतालों में मशीनें लग गई हैं। बहुत जल्द जरूरतमंदों को यह सुविधा मिलने लगेगी।

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यहां पीपीपी मोड पर

= जिला चिकित्सालय रुद्रपुर (ऊधम सिंह नगर)

= पुरुष अस्पताल हरिद्वार

= संयुक्त अस्पताल कोटद्वार

ये स्वास्थ्य विभाग चलाएगा

= बेस अस्पताल अल्मोड़ा

= जिला अस्पताल रुद्रप्रयाग

= जिला चिकित्सालय पिथौरागढ़

= श्रीनगर मेडिकल कॉलेज

ऐसे होगा संचालन

= पीपीपी मोड : तीनों डायलिसिस केंद्रों में मशीन आदि का खर्च निजी कंपनी उठाएगी।

= चार सेंटर सरकार खुद चलाएगी। यहां केंद्र सरकार देगी निश्शुल्क मशीनें।

= अन्य व्यवस्थाओं को प्रति केंद्र आठ से दस लाख रुपये का बजट भी देगा केंद्र।

= अटल आयुष्मान योजना के तहत गरीबों का मुफ्त डायलिसिस

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