पहाड़ से पत्‍थर मौत बनकर बरस रहे थे, घटी में फंसी थी 550 की जिंदगियां, एसडीआरएफ प्रभारी ने बयां की आपदा की दास्‍तान

कुमाऊं एसडीआरएफ प्रभारी गजेंद्र सिंह परवाल ने बताया कि तीन दिन की बारिश ने तराई से पहाड़ तक आफत बरसाई। गरमपानी में लोगों के फंसने की सूचना मिलते ही वह 18 अक्टूबर की सुबह रुद्रपुर से निकल पड़े थे।