टनकपुर में एसडीएम ने रात में मारा धर्मशाला में छापा, बिना दस्तावेज के रुके थे बंजारे
एसडीएम हिमांशु कफल्टिया ने बुधवार की रात आठ बजे टनकपुर शारदा बैराज रोड में संचालित एक धर्मशाला में छापा मारा। उन्होंने वहां रह रहे बंजारों का रिकार्ड चैक किया तो धर्मशाला के रजिस्टर में उनका नाम पता ही दर्ज नहीं था।
टनकपुर, जागरण संवाददाता : एसडीएम हिमांशु कफल्टिया ने बुधवार की रात आठ बजे टनकपुर शारदा बैराज रोड में संचालित एक धर्मशाला में छापा मारा। उन्होंने वहां रह रहे बंजारों का रिकार्ड चैक किया तो धर्मशाला के रजिस्टर में उनका नाम पता ही दर्ज नहीं था। इस पर एसडीएम ने धर्मशाला स्वामी को फटकार लगाई और भविष्य में इस प्रकार की गलती करने पर कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी।
शिकायत मिल रही थी कि टनकपुर की एक धर्मशाला में रह रहे बंजारे पिछले कुछ दिनों से नगर में टोली बनाकर घूम रहे हैं और लोगों को भावनात्मक रूप से झांसे में लेकर उनसे पैसे ऐंठ रहे हैं। जिसके बाद बुधवार की रात आठ बजे करीब एसडीएम नंदा धर्मशाला पहुंचे और उन्होंने धर्मशाला के दस्तावेज एवं पंजीकरण रजिस्टर चैक किया। पाया गया कि वहां रह रहे दो दर्जन से अधिक बंजारों का पूरा नाम व पता दर्ज नहीं है। बिना आईडी के ही बंजारों को ठहराया गया है।
एसडीएम ने धर्मशाला स्वामी दीपक लोहनी को इस लापरवाही के लिए फटकार लगाई और धर्मशाला में रुकने वाले सभी लोगों की आईडी लेने और पूरा रिकार्ड रजिस्टर में दर्ज करने के निर्देश दिए। कहा कि दोबारा ऐसी गलती करने पर मुकदमा दर्ज किया जाएगा। एसडीएम के निर्देश के बाद मौके पर मौजूद नायब तहसीलदार पिंकी आर्य और पुलिस उप निरीक्षक नीशू गौतम ने बंजारों के दस्तावेज चैक किए तो उनके पास दिल्ली के एक निजी बस्ती का आधार कार्ड प्राप्त हुआ।
बंजारों को कहना था कि वह अपना जीवन यापन करने के लिए 15 से 20 दिन के लिए टनकपुर बनबसा सहित अन्य शहरों पर शरण लेते हैं। उसके बाद वह सभी अपने गंतव्य के लिए रवाना हो जाते हैं। एसडीएम ने बताया कि बाजार में कुछ संदिग्ध महिलाओं की संख्या लगातार बढ़ रही थी, जिसे देखते हुए धर्मशाला की चैकिंग की गई। इस मौके पर राजस्व उप निरीक्षक पवन जुकरिया, केएस बोहरा, कांस्टेबल सचिन कुमार, शंकर दत्त, सुरेंद्र नाथ आदि मौजूद रहे।