स्टूडेंट्स को अच्छी सेहत के जागरूक करेंगे स्कूल
लोगों में बाहर का खाना खाने का कल्चर तेजी से बढ़ रहा है। व्यस्त जीवनशैली में कई लोग समय नहीं निकाल पाते।
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी: लोगों में बाहर का खाना खाने का कल्चर तेजी से बढ़ रहा है। व्यस्त जीवनशैली में कई लोग खाना पकाने का समय भी नहीं निकाल पाते। इसका असर बच्चों की सेहत पर पड़ रहा है। जिसे देखते हुए सीबीएसई ने स्कूली बच्चों को सेहत के प्रति सतर्क करने का निर्णय लिया है।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की ओर से जारी हालिया निर्देश में कहा गया है कि बच्चों में जंक फूड के सेवन की आदत विकसित हो रही है। समय की कमी व दूसरे कारणों से कई बार अभिभावक बच्चों के टिफिन को बाजार की चीजों से भर देते हैं। जिससे बच्चों के स्वास्थ्य पर विपरीत असर पड़ता है। सीबीएसई के क्षेत्रीय अधिकारी रणबीर सिंह का कहना है कि स्कूलों से बच्चों को हेल्दी फूड के लिए जागरूक करने को कहा गया है।
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बच्चों का प्रोफाइल होगा तैयार
सीबीएसई ने कहा है कि पीटीए की मीटिंग में अभिभावकों को हेल्दी फूड के बारे में जागरूक किया जाए। टिफिन में घर का बना पौष्टिक भोजन लाने वाले बच्चों का प्रोफाइल तैयार होगा। जिसे पीटीए में पैरेंट्स को दिखाया जाएगा।
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सीबीएसई का प्रयास सराहनीय है। सप्ताह में एक दिन बच्चों को सेहत के लिए जागरूक किया जाता है। क्लास टीचर से जंक फूड भेजने वाले पैरेंट्स की काउंसलिंग करने को कहा जाएगा।
- प्रवींद्र रौतेला, प्रधानाचार्य सिंथिया स्कूल।
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टिफिन में जंक फूड लाने वाले बच्चों को नोटिस किया जाता है। स्टूडेंट्स की डायरी में नोट लगाकर अभिभावकों को इससे बचने की सलाह दी जाती है। आगे से इस पर और गंभीरता से ध्यान दिया जाएगा।
- नागेश चंद, निदेशक, जस गोविन पब्लिक स्कूल।