काठगोदाम डिपो में भी अब चलेगा रोडवेज का नियम, एस्मा लगने विरोध भी नहीं पा रहे कर्मचारी
Kathgodam depot परिवहन निगम में पहले दिल्ली रूट से सुबह वापसी करने पर चालक-परिचालक उस दिन और अगले दिन भी रेस्ट मिलता था। यही स्थिति दून लुधियाना जयपुर चंडीगढ़ हिसार कानपुर आगरा लखनऊ आदि लंबे रूटों पर थी। ऐसे में रोडवेज का संचालन भी प्रभावित हो रहा था।
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी: Kathgodam depot: कुमाऊं के सबसे बड़े बस डिपो काठगोदाम में भी अब परिवहन निगम का नियम लागू होगा। ड्यूटी रेस्ट सिस्टम को लेकर अभी तक यहां अन्य डिपो के मुकाबले अलग स्थिति थी। मगर एआरएम के सख्ती दिखाने से अब यहां भी स्थिति सुधरती नजर आ रही है। वहीं, एस्मा लगने की वजह से कर्मचारी संगठन खुलकर विरोध भी नहीं कर पाएंगे।
परिवहन निगम में पहले दिल्ली रूट से सुबह वापसी करने पर चालक-परिचालक उस दिन और अगले दिन भी रेस्ट मिलता था। यही स्थिति दून, लुधियाना, जयपुर, चंडीगढ़, हिसार, कानपुर, आगरा, लखनऊ आदि लंबे रूटों पर थी। ऐसे में रोडवेज का संचालन भी प्रभावित हो रहा था।
छह माह पूर्व निगम ने आदेश जारी कर कहा कि अब मय रेस्ट दिल्ली का फेरा तीन दिन चंडीगढ़, हिसार, फरीदाबाद तीन दिन और लुधियाना व जयपुर पांच दिन का होगा। अन्य डिपो में तो इस आदेश को कर्मचारियों ने मान लिया। लेकिन काठगोदाम डिपो में सभी संगठनों ने संयुक्त मोर्चे के बैनर तले आंदोलन खड़ा कर दिया। जिस वजह से वहां ड्यूटी रेस्ट का पुराना सिस्टम ही चलने लगा।
वहीं, अब एआरएम सुरेश चौहान ने स्टेशन इंचार्ज को निर्देश दिए हैं कि परिवहन विभाग की व्यवस्था के हिसाब से ही संचालन सुनिश्चित करें। आदेश न मानने वाले चालक-परिचालकों की रिपोर्ट बनाकर सीधा मुख्यालय भेजी जाएगी। जिसके बाद से काठगोदाम डिपो में हड़कंप मचा हुआ है। कर्मचारी नेताओं की वजह से ही यहां अभी तक ढिलाई बरती जा रही थी। लेकिन एस्मा के डर से अब कोई खुलकर विरोध नहीं कर पाएगा।
ई-टिकट मशीन को स्कैन कर करें भुगतान
ई-टिकट मशीन की स्क्रीन को स्कैन करने के बाद अब यात्री टिकट भुगतान कर सकेंगे। एआरएम सुरेश चौहान ने बताया मशीन में यह फीचर अब काम करने लग गया है। इससे खुले पैसे न होने की समस्या से भी छुटकारा मिलेगा। टिकट के पैसे सीधा निगम के खाते में जाएंगे। फोनपे, पेटीएम, गूगलपे आदि यूपीआइ माध्यम से आनलाइन भुगतान हो जाएगा।