..लेकिन शहर के माननीयों के घर की सड़क चकाचक
जासं हल्द्वानी शहर में टूटी सड़कों ने आम लोगों का जीना मुहाल कर दिया है। प्रदर्शन के जरिये आक्रोश व्यक्त करने और ज्ञापन देकर गुहार लगाने का सिलसिला लंबे समय से चल रहा है।
जासं, हल्द्वानी: शहर में टूटी सड़कों ने आम लोगों का जीना मुहाल कर दिया है। प्रदर्शन के जरिये आक्रोश व्यक्त करने और ज्ञापन देकर गुहार लगाने का सिलसिला लंबे समय से चल रहा है। समस्या आम लोगों की होने के कारण अफसर भी बजट, प्रस्ताव और टेंडर का बहाना कर जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ लेते हैं। जबकि वीवीआइपी यानी राजनेताओं के घर के आसपास की सड़कें चकाचक हैं। यानी गड्ढों से होकर परेशानी भरा सफर सिर्फ आम लोगों के लिए। छड़ायल: वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य का घर छड़ायल में पड़ता है। मुख्य मार्ग से उनके घर तक निजी जमीन पर बनी सड़क ठीक है। बाहर वाली सड़क की हालत भी कुछ दूरी पर सही है। उसके बाद कई जगहों से टूटी हुई है। जिसमें आम लोग गुजरते हैं। ऊंचापुल: भाजपा प्रदेश अध्यक्ष व कालाढूंगी विधानसभा क्षेत्र के विधायक बंशीधर भगत का आवास ऊंचापुल में है। भगत की गली की सड़क चमचमाती हुई है। जिस लिंक मार्ग से गली जुड़ती है, वो भी बेहतर स्थिति में है। नैनीताल रोड: नैनीताल रोड पर नेता प्रतिपक्ष डॉ. इंदिरा हृदयेश का आवास और होटल हैं। उनके घर जाने वाली सड़क पर कोई गड्ढे नहीं। जबकि बगल के आवास-विकास में अमृत योजना के तहत काम कराने के लिए तोड़ी सड़क अब तक ठीक नहीं हुई है। मुखानी: मुखानी चौराहे से कालटैक्स की तरफ जाते हुए खाटू श्याम मंदिर वाली गली में सांसद अजय भट्ट का अस्थायी आवास है। मुख्य मार्ग की सड़क व्यस्त होने के साथ दुरुस्त भी है। हालांकि, सांसद वाली गली में कुछ जगहों पर डामर उखड़ गया। यहां कोई वीपीआइपी नहीं: मंडी गेट से इंदिरानगर बाइपास को जाने वाली सड़क पर कोई वीवीआइपी नहंी रहता। लोग बताते हैं कि एनडी तिवारी की सरकार के बाद सड़क की सुध नहीं ली गई। टेंपो व दुपहिया रपटना और पलटना आम बात हो गई। ऐसी स्थिति आवास-विकास, डहरिया और आरटीओ रोड की भी है।