जिस सड़क से स्वीडन के राजा-रानी की गुजरी शाही सवारी उसमें अब गड्ढे की भरमार
रामनगर के ढेला गांव में शाही सवारी के लिए एक साल पहले मरम्मत कर बनाई गई सड़क जगह-जगह से उधड़ गई। शाही सवारी गुजर चुकी है तो अब इस टूटी सड़क से शासन-प्रशासन ने अपना ध्यान तक हटा दिया है।
रामनगर, जेएनएन : रामनगर के ढेला गांव में शाही सवारी के लिए एक साल पहले मरम्मत कर बनाई गई सड़क जगह-जगह से उधड़ गई। शाही सवारी गुजर चुकी है तो अब इस टूटी सड़क से शासन-प्रशासन ने अपना ध्यान तक हटा दिया है। नतीजतन ग्रामीणों को रात दिन इसी टूटी सड़क से गुजरना पड़ रहा है। वीवीआईपी के लिए आरामदायक और आम जन के लिए टूटी फुटी सड़क होने से ग्रामीणें में व्यवस्था के खिलाफ रोष बढऩे लगा है।
पांच दिसबंर को स्वीडन के 16 वें राजा कार्ल गुस्ताव और महारानी सिल्विया कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के ढेला स्थित एक रिसॉर्ट में आए थे। ढेला गांव की करीब एक किलोमीटर सड़क जगह-जगह पर गड्ढायुक्त थी। प्रशासन ने शाही परिवार की सवारी को आरामदायक बनाने के लिए सड़क सुधारीकरण का कार्य शुरू कराया। करीब तीन दिन में जगह-जगह टूटी सड़क को डामर व बजरी से भरकर समतल कर चलने लायक बना दिया। तब ग्रामीणों को आस थी कि अब उनकी सड़क की हालत सुधर जाएगी।
शाही परिवार के लौटने के बाद सड़क छह महीने में ही उधड़ गई। लेकिन अब तक सड़क की मरम्मत पर लोनिवि का ध्यान तक नहीं गया है। ढेला गांव के कमल अधिकारी ने बताया कि सड़क के गड्ढों की वजह से दुर्घटना का भी खतरा बना हुआ है। उन्होंने सड़क के सुधारीकरण की मांग की है। इस मामले में लोनिवि के एई अजेंद्र जोशी ने बताया कि शाही परिवार के आगमन के दौरान बजरी व रेता डालकर केवल सड़क को समतल किया था। सड़क की मरम्मत या उसे दोबारा बनाने का कोई प्रस्ताव अभी नहीं है।