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विंटर डायरिया की चपेट में आए नौनिहाल

जासं हल्द्वानी मौसम में बदलाव के साथ ही परेशानियां भी बढ़ गई हैं। इस मौसम में बच्चे विंटर डायरिया के शिकार होने लगे हैं। इस बीमारी से ग्रस्त 10 से अधिक बच्चे प्रतिदिन अस्पतालों में पहुंच रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Sun, 25 Oct 2020 07:17 PM (IST)Updated: Sun, 25 Oct 2020 07:17 PM (IST)
विंटर डायरिया की चपेट में आए नौनिहाल
विंटर डायरिया की चपेट में आए नौनिहाल

जासं, हल्द्वानी : मौसम में बदलाव के साथ ही परेशानियां भी बढ़ गई हैं। इस मौसम में बच्चे विंटर डायरिया के शिकार होने लगे हैं। इस बीमारी से ग्रस्त 10 से अधिक बच्चे प्रतिदिन अस्पतालों में पहुंच रहे हैं। ऐसे में बाल रोग विशेषज्ञों की सलाह है कि दिन में गर्मी व शाम के बाद ठंड होने पर लापरवाही न बरती जाए। गर्म कपडे़ पहनकर ही बच्चों को बाहर निकालें।

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डा. सुशीला तिवारी राजकीय चिकित्सालय के बाल रोग विशेषज्ञ डा. अमित कुमार सिंह का कहना है कि अगर लापरवाही बरती गई तो बच्चों के लिए विंटर डायरिया अधिक दिक्कत पैदा कर देता है। इसमें शरीर में पानी की कमी हो जाती है और बुखार आने लगता है। इस मौसम में यह बीमारी तेजी से बढ़ती है। बेस अस्पताल के बाल रोग विशेषज्ञ डा. एसएस बिष्ट का कहना है कि ओपीडी में पांच बच्चे प्रतिदिन पहुंच रहे हैं। अभी कुछ ही मरीजों को भर्ती करने की जरूरत पड़ी है। एलर्जी व अस्थमा का भी बढ़ा खतरा

डा. अमित का कहना है कि इस मौसम में बच्चों में एलर्जी व अस्थमा भी बढ़ जाता है। जिन्हें पहले से यह दिक्कत है, ऐसे बच्चों को डाक्टर को दिखा लेना चाहिए। इसमें सांस फूलना, सर्दी-जुकाम, खासी होने लगती है। समय पर दवा मिलने और उचित परामर्श से खतरा टल जाता है। बचने को अपनाएं ये तरीके

- बच्चों को बाहर ले जाते समय गर्म कपड़े पहनाएं

- गुनगुना पानी ही इस्तेमाल करें

- ठंडी तासीर वाली चीजें न दें

- डायरिया होने पर डाक्टर से परामर्श लें


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