पहले देश सेवा अब और बच्चों का भविष्य गढऩे में लगे हैं पूर्व सैनिक सतीश पंत, जानें उनके प्रयास को
ग्रामीण परिवेश के बच्चों को कंप्यूटर की बारीकियां सिखाने में आ रही बाधा एक पूर्व सैनिक के जज्बे से दूर हो गई। अब 15 अगस्त से वे कम्प्यूटर चलाना सीख सकेंगे।
पिथौरागढ़, जेएनएन : ग्रामीण परिवेश के बच्चों को कंप्यूटर की बारीकियां सिखाने में आ रही बाधा एक पूर्व सैनिक के जज्बे से दूर हो गई। पूर्व सैनिक के प्रयासों से दूरस्थ क्षेत्र के इस विद्यालय में मंगलवार को बिजली का संयोजन लग गया। 15 अगस्त से बच्चे कंप्यूटर के की बोर्ड पर अंगुलियां चलाने लगेंगे।
सांगड़ी गांव के रहने वाले पूर्व सैनिक सतीश पंत यूं तो जिला मुख्यालय में रहते हैं, लेकिन गांव से उनको आज भी लगाव है। वह गांव की समस्याओं की जानकारी जुटाते हैं और उन्हें दूर करने के लिए हर स्तर पर प्रयास करते हैं। पिछले दिनों गांव पहुंचने पर उन्होंने सांगड़ी प्राथमिक विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों से कंप्यूटर को लेकर सवाल पूछे तो बच्चे जवाब नहीं दे पाए। गरीब आर्थिक पृष्ठभूमि वाले इन बच्चों ने आज तक कंप्यूटर नहीं देखा। पंत ने बच्चों को कंप्यूटर की शिक्षा देने की ठान ली। उन्होंने विद्यालय के शिक्षकों से बातचीत की तो पता चला कि विद्यालय में बिजली का संयोजन ही नहीं हैं। उन्होंने शिक्षा विभाग से इसके लिए संपर्क किया, लेकिन कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया। इस पर उन्होंने अपनी जेब से धनराशि खर्च कर विद्यालय में बिजली का संयोजन लगवाया। उन्होंने विद्यार्थियों के लिए एक लैपटॉप भी खरीदा है, जिसे वे स्वतंत्रता दिवस पर विद्यालय में आयोजित होने वाले कार्यक्रम के दौरान भेंट करेंगे। पंत ने बताया कि बीस वर्ष पूर्व वह खुद इस विद्यालय के छात्र रहे हैं। उन्होंने यहीं से पढ़ाई कर सेना ज्वाइन की। पंत ने सेना में रहते हुए 10 वर्ष पूर्व विद्यालय में पेयजल संयोजन भी लगवाया था। क्षेत्रवासियों ने पंत के इस प्रयास की सराहना की है।
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