सड़कों पर फैले हादसे के कारण, जिम्मेदार बेफिक्र
सोमवार रात टांडा रोड पर हुए हादसे ने दो नौजवानों की जिदंगी को खत्म कर दिया। जांच के बाद पता चलेगा कि हादसे की वजह क्या थी मगर जागरण की पड़ताल में पता चलता है कि शहर में कई ऐसे प्वाइंट है जो कभी भी हादसों की वजह बन सकते हैं।
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी: सोमवार रात टांडा रोड पर हुए हादसे ने दो नौजवानों की जिदंगी को खत्म कर दिया। जांच के बाद पता चलेगा कि हादसे की वजह क्या थी, मगर जागरण की पड़ताल में पता चलता है कि शहर में कई ऐसे प्वाइंट है जो कभी भी हादसों की वजह बन सकते हैं। सड़क और सड़क किनारे एक्सीडेंट के कारण लोगों को साफ नजर आ रहा है, मगर जिम्मेदार इस और ध्यान नहीं दे रहे। ऐसे में कोहरे का सीजन शुरू होने पर हादसों का डर और बढ़ेगा। वजह-1
हाईवे उखड़े, बजरी फैली
शहर में लिंक मार्ग से लेकर हाईवे तक कई जगहों पर बुरी स्थिति में है। गड्ढों के अलावा सड़कों पर बजरी फैलने से दोपहिया वाहन चालकों के स्लिप होने का खतरा बना है। बरेली रोड पर तीनपानी के पास अभी यह स्थिति है। पूर्व में घटना होने के बावजूद जिम्मेदार ध्यान नहीं दे रहे। वजह-2
सड़क किनारे गैराज बन गए
तिकोनिया से वर्कशाप रोड पर वर्कशाप की दुकान चलाने वालों द्वारा सड़क के दोनों तरफ गाड़ियों को खड़ा कर मरम्मत की जाती है। आधी सड़क घिरने के कारण केमू व रोडवेज की बसों को निकलने में दिक्कत आती है। जाम की समस्या तो आम हो चुकी। कभी हादसा भी हो सकता है। वजह-3
खराब गाड़ी की पार्किंग सड़क पर
तीनपानी पर सड़क किनारे लंबे समय से तीन खराब 108 एंबुलेंस पार्क की गई हैं। वहीं, डंपर के खराब होने से हाईवे पर ही मरम्मत का काम किया जा रहा है। जबकि यह नियमों का उल्लंघन है। उसके बावजूद इन गाड़ियों को हाईवे से हटाने की कोशिश नहीं की गई। वजह-4
हेडलाइट-इंडीकेटर गायब
कोहरे के वक्त इंडीकेटर, बैकलाइट और हेडलाइट की अहमियत और बढ़ जाती है, मगर खनन वाहनों से लेकर माल ढोने वाली पिकअप तक में यह सेफ्टी उपकरण गायब दिखे। गाड़ी से दस फीट बाहर निकल रहे लोहे के एंगल कभी भी किसी की जिंदगी पर भारी पड़ सकते हैं, मगर कोई देखने वाला नहीं।