Uttarakhand Disaster News : ऊधमसिंह नगर में पानी में फंसे दो हजार लोगों को किया रेस्क्यू, बचाव व राहत को टीम जुटी
Uttarakhand Disaster News जगतपुरा आजादनगर ट्रांजिट कैम्प रम्पुरा और संजय नगर खेड़ा में पानी में फंसे लोगों को निकालने के लिए 6 बोट लगाई गई है। सीओ सिटी अमित कुमार ने बताया कि अब तक दो हजार लोगों का रेस्क्यू कर सुरक्षित ठिकानों में पहुंचाया गया है।
जागरण संवाददाता, रुद्रपुर। Uttarakhand Disaster News : तराई में दो दिनों से हो रही बारिश के बाद रुद्रपुर में जगह जगह जलभराव हो गया है। इससे हजारों लोगों के घरों में पानी घुस आया है। राहत और बचाव कार्यों में लगी पुलिस, पीएसी, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीम ने दो हजार लोगों का रेस्क्यू कर सुरक्षित ठिकानों में पहुंचाया है। साथ ही बचाव कार्य के लिए 6 बोट भी लगाए गए है।
रविवार दोपहर से शुरू हुई बारिश मंगलवार तड़के तक जारी रही। इससे शहर के कल्याणी नदी उफान में आ गई। नदी के तट पर स्थित रवीन्द्रनगर, जगतपुरा, ट्रांजिट कैम्प, पहाड़गंज, भूतबंगला और रम्पुरा में हजारों लोगों के घरों में पानी घुस आया। इसका पता चलते ही एसडीएम और सीओ सिटी के नेतृत्व में पुलिस टीम राहत कार्यों में जुट गई। इसके लिए ट्रांजिट कैम्प, रुद्रपुर कोतवाली के साथ ही सभी चौकी की फोर्स, पीएसी, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीम लगाई गई। जगतपुरा, आजादनगर, ट्रांजिट कैम्प, रम्पुरा और संजय नगर खेड़ा में पानी में फंसे लोगों को निकालने के लिए 6 बोट लगाई गई है। सीओ सिटी अमित कुमार ने बताया कि अब तक दो हजार लोगों का रेस्क्यू कर सुरक्षित ठिकानों में पहुंचाया गया है। अभी भी कई लोग फंसे है, उन्हें भी निकालने का प्रयास जिया जा रहा है।
इंदिरा चौक पर लगाया बैरियर
जलभराव से शहर के सड़क जलमग्न रहे। खासकर किच्छा रोड पर बुरा हाल रहा। सड़कों पर आए पानी को देखते हुए पुलिस ने किच्छा रोड को बंद कर दिया। इसके लिए तीनपानी और इंदिरा चौक पर बैरियर लगाया गया है। इस रोड पर आने वाले वाहनों को रोककर पुलिस दूसरे रूट पर भेज रही है।
रात भर जारी रहा राहत बचाव
बारिश से हुए जलभराव को देखते हुए पुलिस टीम रात भर राहत और बचाव कार्यों में लगी रही। पुलिस के वाहन रात भर कंट्रोल रूम में आ रही सूचना के बाद इधर उधर भागते रहे। जगह जगह फंसे लोगों तक मदद पहुंचाई।
सैकड़ों वाहन जलभराव में खराब
जलभराव से सैकड़ों वाहन भी शहर में अलग अलग मार्गों में फंसे रहे। कई वाहनों में पानी चले जाने से खराब हो गए। ऐसे में लोग वाहनों को धक्का मारकर और दूसरे वाहनों से खींचकर लाते दिखे। यही नही कई वाहन खराब हालत में सड़क किनारे खड़े मिले।