ढेला में अगले माह बन जाएगा सीटीआर का पहला रेस्क्यू सेंटर
रामनगर में कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में विधायक ने वन्य जीवों के उपचार को बन रहे रेस्क्यू सेंटर का निरीक्षण हुआ।
संस, रामनगर : कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में घायल वन्य जीवों के उपचार और उनकी देखरेख के लिए ढेला में सीटीआर का पहला बड़ा रेस्क्यू सेंटर एवं बाड़ा बन रहा है। मंगलवार को 30 हेक्टेयर क्षेत्र में बन रहे रेस्क्यू सेंटर का विधायक दीवान सिंह बिष्ट ने निरीक्षण किया। अप्रैल तक कार्य पूरा करने के निर्देश वनाधिकारियों को दिए।
पिछले साल फरवरी में कॉर्बेट भ्रमण पर आए प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी ने ढेला रेज में वन्य जीवों के उपचार के लिए रेस्क्यू सेंटर बनाने की घोषणा की थी। इसके बाद जनवरी से चार करोड़ रुपये की लागत से निर्माण कार्य शुरू हो गया। घायल वन्य जीवों का इस रेस्क्यू सेंटर में उपचार किया जाएगा। उपचार के बाद भी सही स्थिति नहीं होने पर उन्हें बाड़े में रखा जाएगा। इस तरह सीटीआर में यह पहला रेस्क्यू सेंटर होगा, जो इतने बड़े क्षेत्रफल में बनाया जा रहा है। ऐसे में आने वाले दिनों में वन्य जीवों के बीच संघर्ष में घायल जानवर को समय रहते उपचार मिलने पर उसकी मौत की आशंकाएं भी कम हो जाएंगी। समय से उपचार मिलने पर बाघों को बचाया जा सकेगा। मंगलवार को ढेला रेजर संदीप गिरी ने विधायक को बताया कि रेस्क्यू सेंटर में दस गुलदारों के बाड़े बनाए जा रहे है। इसके अलावा बाघों के भी छह बाड़े बनाए जा रहे है। घायल व रेस्क्यू करके लाए गए वन्य जीवों के उपचार के लिए एक वेटनरी हॉस्पिटल भी बनाया जा रहा है। उपचार के बाद बाघ व गुलदारों को बाड़े में रखा जाएगा। ठीक होने पर जंगल में छोड़ेंगे। इस बारे में जानकारी देते हुए रेजर ने बताया कि एक हाथी बाड़ा भी प्रस्तावित है, जिसका कार्य दूसरे चरण में होगा। इस दौरान भाजपा नेता मदन जोशी, आशीष ठाकुर, हरीश दफौटी मौजूद रहे।