हिमालय पर ट्रैकिंग के लिए लगा प्रतिबंध हटा, मिलम ग्लेशियर तक जाने की दी अनुमति
बीते माह के नंदा देवी ईस्ट प्रकरण को देखते हुए जिला प्रशासन द्वारा उच्च हिमालय में ट्रैकिंग में लगाई रोक पर्यटकों के प्रदर्शन के बाद हटा दी है।
मुनस्यारी/पिथौरागढ, जेएनएन : बीते माह के नंदा देवी ईस्ट प्रकरण को देखते हुए जिला प्रशासन द्वारा उच्च हिमालय में ट्रैकिंग में लगाई रोक पर्यटकों के प्रदर्शन के बाद हटा दी है। शुक्रवार सुबह से उच्च हिमालय में जाने की अनुमति प्रदान कर दी है। अनुमति मिलते ही मिलम ग्लेशियर जाने वाले पर्यटक रवाना हो चुके हैं।
नंदा देवी ईस्ट अभियान में सात विदेशी पर्वतारोहियों के लापता होने तथा क्षेत्र में लगातार मौसम खराब रहने के कारण जिला प्रशासन ने उच्च हिमालय में प्रवेश पर रोक लगा दी थी। जिसके चलते उच्च हिमालय में मिलम ग्लेशियर से लेकर अन्य स्थलों तक जाने वाले पर्यटक मुनस्यारी से आगे नहीं बढ़ पा रहे थे। मिलम ग्लेशियर जाने के लिए बीते दिनों से दिल्ली गुजरात, महाराष्ट्र के पर्यटक पहुंचे थे। ग्लेशियर तक जाने की अनुमति नहीं मिलने से परेशान पर्यटकों ने गुरु वार को एसडीएम कार्यालय के सम्मुख प्रदर्शन किया। इस मौके पर परमिट दिए जाने की मांग की थी। उनका कहना था कि वह सैकड़ों किमी दूर से मिलम ग्लेशियर के दीदार को आए हैं और मिलम पहुंचने से पूर्व उन्हें रोका जा रहा है।
दूसरी तरफ ट्रैकिंग से जुड़े लोग प्रशासन के इस फैसले से परेशान थे। उनकी आजीविका प्रभावित हो रही थी। घोड़े, खच्चर, पौनी, पोट्र्स, टूर एवं ट्रेवल्स वालों की आजीविका प्रभावित हो चुकी थी। मुनस्यारी का पर्यटन बुरी तरह प्रभावित हो रहा था। पर्यटकों के प्रदर्शन के बाद प्रशासन हरकत में आया और मिलम ग्लेशियर तक जाने की अनुमति दे दी है। अनुमति मिलते ही 14 पर्यटक मिलम ग्लेशियर को रवाना हो चुके हैं। अलबत्ता अभी इनर लाइन पास जारी नहीं हो रहे हैं। इनर लाइन मिलम से छह किमी दूर से होती है। मिलम ग्लेशियर की अनुमति मिलने से अब पर्यटन को गति मिलेगी।
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